लवकुश की आकर्षण झांकी देख भक्त हुए भाव विभोर
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मछलीशहर। भगवान राम के कथा का वर्णन कभी भी पूरा नही किया जा सकता कारण की
रामायण के एक एक चौपाई में भगवान राम का इतना सारांश है कि उसकी कल्पना
नही किया जा सकता उक्त बाते नगर के मुगराबादशाहपुर चौराहे पर चल रहे राम
कथा के दसवे दिन काशी से आई बाल व्यास आराधना देवी ने कही।उन्होंने भक्तो
को भगवान राम कथा का रसपान कराते हुए कहा कि हिन्दुस्तान में ही भगवान
क्यों अवतार लेते है इसके पीछे भी एक बड़ा कारण है।उन्होंने इसका कारण बताते
हुए कहां कि भारतीय संस्कृत अपने आप में महान है यहाँ पर नारी शक्ति की
पूजा होती है और घर की महिलाए अपने सस्कृत व् सभ्यता के चलते कभी दुर्गा तो
कभी लक्ष्मी के रूप में पूजी जाती है जिससे प्रसन्न होकर भगवान यहा पर
अवतार लेते है।
कथा के दौरान बाल व्यास ने कहा कि संसार में बिना भगवान के इशारा किए एक पत्ता भी नही हिल सकता लेकिन भगवान राम इस महान धरती पर अवतार लेकर केवल रावण का ही संघार नही किया बल्कि अपनी लीला करके तमाम सन्देश दिया।उन्होंने कथा को आगे बढाते हुए कहा कि भगवान का आशीर्वाद लेकर हनुमत लंका में पहुचकर राक्षसो की नगरी में विभीषण को राम की कथा सुनाकर उनका जीवन ही बदल दिया और वहीँ पर लंका नगरी में आग लगाकर यह सन्देश दिए की माता सीता को छोड़कर भगवान राम से मित्रता कर ले लेकिन अहंकारी रावण अपने घमण्ड में ऐसा नही किया जिसके चलते उसका विनाश हो गया।
राम कथा के समापन होने के बाद लवकुश के आकर्षण झांकी का पदर्शन किया गया जिसे देख सभी भक्त भाव विभोर हो गए।
कथा के दौरान बाल व्यास ने कहा कि संसार में बिना भगवान के इशारा किए एक पत्ता भी नही हिल सकता लेकिन भगवान राम इस महान धरती पर अवतार लेकर केवल रावण का ही संघार नही किया बल्कि अपनी लीला करके तमाम सन्देश दिया।उन्होंने कथा को आगे बढाते हुए कहा कि भगवान का आशीर्वाद लेकर हनुमत लंका में पहुचकर राक्षसो की नगरी में विभीषण को राम की कथा सुनाकर उनका जीवन ही बदल दिया और वहीँ पर लंका नगरी में आग लगाकर यह सन्देश दिए की माता सीता को छोड़कर भगवान राम से मित्रता कर ले लेकिन अहंकारी रावण अपने घमण्ड में ऐसा नही किया जिसके चलते उसका विनाश हो गया।
राम कथा के समापन होने के बाद लवकुश के आकर्षण झांकी का पदर्शन किया गया जिसे देख सभी भक्त भाव विभोर हो गए।