एक बड़े नेता बोले ,साहब किसी तरह बचा लो मेरी इज्जत...............
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जौनपुर। एक हज़ार -पांच सौ का नोट बंद होने से आम जनता को भारी कठिनायों का सामना करना पड़ रहा है। जनता बैंको में लाइन लगाकर अपना पैसा जमा कर रही। एक हजार - पांच सौ के नोट बदल रही है। लेकिन वही जिले के कुछ बड़े नेता इस तरह छटपटा रहे है कि जैसे वो कुछ दिनों बाद किसी मेन्टल हास्पिटल में जाने वाले हो। ये लोग खुले आम प्रधान मंत्री को भद्दी भद्दी गालियां दे रहे है। इतना ही नही ये नेता अपनी नोट बदलवाने के लिए बड़े बड़े अफसरों पर भी दबाव बना रहे है। आज एक नेता ने जिले के एक शीर्ष अधिकारी से अपनी इज्जत बचाने की गुहार लगाते हुए कहा कि आप किसी तरह से मेरे एक हजार - पांच रूपये के पांच लाख रूपये को 100 , 50 रूपये के नोट में बदलवा दे। उक्त अधिकारी ने अपनी असमर्थता व्यक्त करते हुए कहा कि सर मेरे पास इस समय मात्र 35 सौ रूपये है। फोन करने वाले नेता ने कहा कि मैं आप के जेब की तलासी थोड़े ही ले रहा हूँ बस आप किसी तरह से मेरी इज्जत बचाइये।
ये दर्द और छटपटाहट केवल एक नेता की नही है बल्कि दर्जनों नेता है जो बड़े अफसरों , बैंक मैनेजरों और बड़े व्यापारियों से अपने काले धन को सफ़ेद करने का अनुरोध कर रहे है।
ये दर्द और छटपटाहट केवल एक नेता की नही है बल्कि दर्जनों नेता है जो बड़े अफसरों , बैंक मैनेजरों और बड़े व्यापारियों से अपने काले धन को सफ़ेद करने का अनुरोध कर रहे है।