केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री! कृपया केराकत रेलवे स्टेशन की तरफ भी ध्यान दें
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जौनपुर। औड़िहार-जौनपुर रेलमार्ग पर स्थित केराकत रेलवे स्टेशन पर सुहेलदेव राजभर एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस सम्बन्ध में शीघ्र ही राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों सहित नागरिकों का एक प्रतिनिधिमण्डल ने गाजीपुर सांसद व केन्द्रीय रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा से मिलकर अपनी मांगों से उन्हें अवगत करायेगा। बता दें कि केराकत तहसील मुख्यालय का प्रमुख रेलवे स्टेशन होने के बावजूद यहां उपरोक्त टेªन का ठहराव न होने और इसे हाल्ट स्टेशन का दर्जा दिये जाने से यहां का आम जनमानस काफी दुखी है। दूसरी तरफ क्षेत्रीय भाजपा सांसद की घोर उदासीनता और हवा-हवाई बयानबाजी को लेकर क्षेत्रीय लोग काफी नाराज हैं। इस सम्बन्ध मंे लोगों की तीखी प्रतिक्रिया है कि केराकत रेलवे स्टेशन को प्रमुख स्टेशन का दर्जा मिलने के साथ इस रेलमार्ग से गुजर रही एक्सप्रेस टेªनों (गोदिया एक्सप्रेस को छोड़कर) का यहां ठहराव नहीं हो रहा है। जौनपुर से औड़िहार और औड़िहार से जौनपुर की यात्रा करने के लिये पैसेंजर टेªन न होने से लोगों को ट्रेन से यात्रा करने के लिये जौनपुर अथवा औड़िहार में दिन भर बैठकर समय बिताना पड़ रहा है। ऐसे में सड़क मार्ग से 4 गुना अधिक किराया अदा करके मजबूरी में भूसे की तरह ठूंसकर प्राइवेट वाहनों से यात्रा करना पड़ता है। इसको लेकर क्षेत्रीय लोगों का आरोप है कि सांसद केवल कुछ मठाधीशों तक सीमित हैं जिससे आज तक केराकत स्टेशन के विकास के अलावा एक्सप्रेस व पैसेंजर ट्रेनों को चलाये जाने के सम्बन्ध में कभी भी न गम्भीर दिखे और न ही कोई कदम उठाये। सांसद महोदय केवल केराकत की उपेक्षा कर रहे हैं जबकि केन्द्र में भाजपा सरकार सत्तारूढ़ है। वहीं दूसरी ओर देखा जाय कि गाजीपुर, मऊ, वाराणसी, बलिया जनपदों के लिये रेल राज्यमंत्री ने पूरा रेल मंत्रालय का खजाना खोल दिया है। ऐसे में यहां प्रश्न यह उठता है कि तो फिर औड़िहार-जौनपुर रेलमार्ग क्यांे उपेक्षित है? क्या इसका जवाब मछलीशहर क्षेत्र के भाजपा सांसद देंगे।