पैसे के हिसाब किताब को लेकर एसओ-सिपाही के बीच बवाल ,थानेदार ने सिपाही को डाला लाकअप में
https://www.shirazehind.com/2016/09/blog-post_793.html?m=0
जौनपुर। सरपतहा थानाध्यक्ष और सिपाही के बीच आज पैसे के लेन देन के विवाद में जमकर मारपीट हो गयी। इस वारदात से गुस्साए थानेदार ने आरोपी सिपाही को लाकअप में डाल दिया। इसी भनक लगते ही एक अखबार के पत्रकार थाने पहुंचकर लाकअप में बंद सिपाही की फोटो अपने मोबाईल से खिचने का प्रयास किया तो थानेदार ने पत्रकार की मोबाईल छिन लिया उसके बाद गाली भी दिया। पत्रकार सीधे अपने दफ्तर आकर इस घटना की जानकारी एसपी को दी। एसपी के आदेश पर सीओ शाहगंज और थानेदारी पत्रकार के आफिस पर जाकर उनकी मोबाईल वापस किया साथ में क्षमा याचना भी किया।
पीड़ित पत्रकार संतोष दीक्षित ने शिराज ए हिन्द डाॅट को बताया कि आज सूबह करीब साढ़े नौ बजे सरपतहा के थानाध्यक्ष विश्वजीत सिंह सिपाही विजय कुमार को अपने आवास पर बुलाकर वसूली के पैसा का हिसाब मांग रहे थे। सिपाही नशे में था। पैसे के हिसाब किताब को लेकर थानेदार और पुलिस कर्मी के बीच गाली गलौज होने लगा। वहां पर मौजूद भारी संख्या में फरियादी इधर भागने लगे। इसी बीच थानेदार ने सिपाही को लाकअप में बंद कर दिया। मेरे सूत्र ने यह सूचना मुझे दिया तो मैने खबर कवरेज करने के लिए थाने पहुंच गया। सबसे पहले मैने लाकअप में बंद सिपाही की फोटो अपने कैमरे में कैद करने की कोशिश किया तो एसओ ने मेरा मोबाईल छिनकर धमकियां देते हुए भगा दिया। मै सीधा अपने दफ्तर वापस आकर घटना की पूरी जानकारी एसपी अतुल सक्सेना को दिया। एसपी के आदेश पर सीओ शाहगंज और थानाध्यक्ष मेरे आफिस आकर मेरी मोबाईल वापस करने की साथ ही मामले को रफादफा करने की बात कही।
इस मामले पर सीओ शाहगंज से बात किया गया तो उन्होने बताया कि सिपाही दारू पीकर नौटंकी कर रहा था जिसके कारण एसओ ने उन्हे लाकअप में डाल दिया था। इसी बीच पत्रकार साहब उसकी फोटो खिचने के लिए पहुंच गये। एसओ ने उनकी मोबाईल ले लिया। बाद मैने उनकी मोबाईल वापस कर दिया है। आरोपी सिपाही का मेडिकल कराकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
पीड़ित पत्रकार संतोष दीक्षित ने शिराज ए हिन्द डाॅट को बताया कि आज सूबह करीब साढ़े नौ बजे सरपतहा के थानाध्यक्ष विश्वजीत सिंह सिपाही विजय कुमार को अपने आवास पर बुलाकर वसूली के पैसा का हिसाब मांग रहे थे। सिपाही नशे में था। पैसे के हिसाब किताब को लेकर थानेदार और पुलिस कर्मी के बीच गाली गलौज होने लगा। वहां पर मौजूद भारी संख्या में फरियादी इधर भागने लगे। इसी बीच थानेदार ने सिपाही को लाकअप में बंद कर दिया। मेरे सूत्र ने यह सूचना मुझे दिया तो मैने खबर कवरेज करने के लिए थाने पहुंच गया। सबसे पहले मैने लाकअप में बंद सिपाही की फोटो अपने कैमरे में कैद करने की कोशिश किया तो एसओ ने मेरा मोबाईल छिनकर धमकियां देते हुए भगा दिया। मै सीधा अपने दफ्तर वापस आकर घटना की पूरी जानकारी एसपी अतुल सक्सेना को दिया। एसपी के आदेश पर सीओ शाहगंज और थानाध्यक्ष मेरे आफिस आकर मेरी मोबाईल वापस करने की साथ ही मामले को रफादफा करने की बात कही।
इस मामले पर सीओ शाहगंज से बात किया गया तो उन्होने बताया कि सिपाही दारू पीकर नौटंकी कर रहा था जिसके कारण एसओ ने उन्हे लाकअप में डाल दिया था। इसी बीच पत्रकार साहब उसकी फोटो खिचने के लिए पहुंच गये। एसओ ने उनकी मोबाईल ले लिया। बाद मैने उनकी मोबाईल वापस कर दिया है। आरोपी सिपाही का मेडिकल कराकर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।