आतंकी हमले की निंदा कर जनपदवासियों ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि
https://www.shirazehind.com/2016/09/blog-post_755.html?m=0
जौनपुर। जम्मू-कश्मीर के उड़ी में बीती रात आतंकी हमले में मारे गये देश के सपूतों को जनपद में जगह-जगह श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुये आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देने के लिये केन्द्र सरकार से मांग की गयी। इस दौरान आतंक, आतंकवादियों एवं पाकिस्तान के प्रतीक के रूप में पुतला दहन करके उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी की गयी।
शिवसेवा संस्थानम् के संस्थापक स्वामी अम्बुजानन्द जी महाराज के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने कोतवाली चैराहे से एक विरोध मार्च निकाला। यहां से निकली यह विरोध मार्च नगर भ्रमण करते हुये आस-पास के गांवों, गलियों, मोहल्लों में जाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर महाराज जी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की यह घटना बर्दाश्त करने लायक नहीं है। केन्द्र सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिये। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब तो हमारे देश में रहकर यहीं के विरोध में स्वर निकालने वालों की जुबान खींच लेनी चाहिये। इस मौके पर सैकड़ों युवा मौजूद रहे।
दीवानी न्यायालय के अधिवक्ताओं ने आज पाकिस्तान व आतंकवाद के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुये विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने पाकिस्तान व आतंकवाद का पुतला फूंका। इस अवसर पर सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित रहे।
इसी क्रम में शिक्षाविद् डा. ब्रजेश यदुवंशी ने कहा कि भारत सरकार, रक्षा व गृह मंत्रालय को पठान कोट हमले से ही सीख ले लेनी चाहिये थी। भारत सरकार पहले ही चैंकन्ना रहती तो शायद आज यह स्थिति न हुई होती। भारत सरकार को चाहिये कि सुरक्षा को लेकर गम्भीरता बरते, न कि सियासत करे। डा. यदुवंशी ने यह भी कहा कि यह राष्ट्र का मामला है। सारे राजनैतिक दल दलगत भावना से ऊपर उठकर इस संकट की घड़ी में सरकार के निर्णय के साथ खड़े हों।
उधर विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष अजय पाण्डेय ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुये कहा कि ऐसी घटना होना देश के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत सरकार को चाहिये थी कि इस मसले पर सख्त कदम उठाये। साथ ही अपने बीच में रहने वाले जयचंदों को चिंहित कर उनके खिलाफ कार्यवाही करे।
मछलीशहर संवाददाता के अनुसार स्थानीय तहसील के अधिवक्ता संघ ने आतंकवाद का पुतला फूंकते हुये पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये। साथ ही 2 मिनट का मौन रखकर देश की सीमा पर शहीद हुये 17 जवानों के आत्मा की शन्ति के लिये ईश्वर से प्रार्थना किया। इस मौके पर तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।
शिवसेवा संस्थानम् के संस्थापक स्वामी अम्बुजानन्द जी महाराज के नेतृत्व में सैकड़ों लोगों ने कोतवाली चैराहे से एक विरोध मार्च निकाला। यहां से निकली यह विरोध मार्च नगर भ्रमण करते हुये आस-पास के गांवों, गलियों, मोहल्लों में जाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर महाराज जी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की यह घटना बर्दाश्त करने लायक नहीं है। केन्द्र सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब देना चाहिये। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अब तो हमारे देश में रहकर यहीं के विरोध में स्वर निकालने वालों की जुबान खींच लेनी चाहिये। इस मौके पर सैकड़ों युवा मौजूद रहे।
दीवानी न्यायालय के अधिवक्ताओं ने आज पाकिस्तान व आतंकवाद के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुये विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान अधिवक्ताओं ने पाकिस्तान व आतंकवाद का पुतला फूंका। इस अवसर पर सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित रहे।
इसी क्रम में शिक्षाविद् डा. ब्रजेश यदुवंशी ने कहा कि भारत सरकार, रक्षा व गृह मंत्रालय को पठान कोट हमले से ही सीख ले लेनी चाहिये थी। भारत सरकार पहले ही चैंकन्ना रहती तो शायद आज यह स्थिति न हुई होती। भारत सरकार को चाहिये कि सुरक्षा को लेकर गम्भीरता बरते, न कि सियासत करे। डा. यदुवंशी ने यह भी कहा कि यह राष्ट्र का मामला है। सारे राजनैतिक दल दलगत भावना से ऊपर उठकर इस संकट की घड़ी में सरकार के निर्णय के साथ खड़े हों।
उधर विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष अजय पाण्डेय ने इस घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हुये कहा कि ऐसी घटना होना देश के लिये दुर्भाग्यपूर्ण है। भारत सरकार को चाहिये थी कि इस मसले पर सख्त कदम उठाये। साथ ही अपने बीच में रहने वाले जयचंदों को चिंहित कर उनके खिलाफ कार्यवाही करे।
मछलीशहर संवाददाता के अनुसार स्थानीय तहसील के अधिवक्ता संघ ने आतंकवाद का पुतला फूंकते हुये पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाये। साथ ही 2 मिनट का मौन रखकर देश की सीमा पर शहीद हुये 17 जवानों के आत्मा की शन्ति के लिये ईश्वर से प्रार्थना किया। इस मौके पर तमाम अधिवक्ता मौजूद रहे।