देखी त कब तक सीएम -डीएम बात ना मानते
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जौनपुर। न पोषाहार उठाईब न बाटब हा बहिन हमहू इहै करब देखी त कब तक सीएम डीएम हम लोगन क बात ना मानते। ये अल्फाज है पिछले दो सितम्बर से राज्यकर्मचारी का दर्जा देने या 18 हजार रूपया मानदेय देने के धरने पर बैठी आंगनबाडी कार्यकत्रियों की। आज धरना समाप्त होने के बाद वापस घर जाते समय कार्यकत्रियां आपस में बात करती हुई जा रही थी।
आंगनबाडी कार्यकत्री राज्य कर्मचारी का दर्जा प्राप्त करने और 18 हजार रूपये मानदेय किये जाने की मांगो को लेकर आंगनबाडी कार्य कत्रियों ने आरपार की लड़ाई छेड़ दी है। ये लोग पिछले दस दिनों से लगातार अपना अपना केन्द्र बंद करके सूबह दस बजे कलेक्टेªट पहुंचकर दिन भर धरना प्रर्दशन करने के बाद वापस घर लौट जा रही है। इन महिला कर्मियों के धरना प्रर्दशन से पूरा कचेहरी भर जा रहा है। आज भी आंगनबाडी कार्यकत्रियों ने धरना प्रर्दशन करने के बाद भी शासन प्रशासन की तरफ से कोई हल न निकलने आजिज कार्यकत्रियां वापस लौटते समय आपस में बातचीत करते हुए कहा कि न पोषाहार उठाईब न बाटब हा बहिन हमहू इहै करब देखी त कब तक सीएम डीएम हम लोगन क बात ना मानते।
आंगनबाडी कार्यकत्री राज्य कर्मचारी का दर्जा प्राप्त करने और 18 हजार रूपये मानदेय किये जाने की मांगो को लेकर आंगनबाडी कार्य कत्रियों ने आरपार की लड़ाई छेड़ दी है। ये लोग पिछले दस दिनों से लगातार अपना अपना केन्द्र बंद करके सूबह दस बजे कलेक्टेªट पहुंचकर दिन भर धरना प्रर्दशन करने के बाद वापस घर लौट जा रही है। इन महिला कर्मियों के धरना प्रर्दशन से पूरा कचेहरी भर जा रहा है। आज भी आंगनबाडी कार्यकत्रियों ने धरना प्रर्दशन करने के बाद भी शासन प्रशासन की तरफ से कोई हल न निकलने आजिज कार्यकत्रियां वापस लौटते समय आपस में बातचीत करते हुए कहा कि न पोषाहार उठाईब न बाटब हा बहिन हमहू इहै करब देखी त कब तक सीएम डीएम हम लोगन क बात ना मानते।