आर्थिक तंगी के चलते महिला ने अपने दो मासूम बेटी समेत किया आत्मदाह, तीनो की मौत
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जौनपुर। सुरेरी थाना क्षेत्र में आज एक ऐसा दर्दनाक हादसा हुआ जिसे सुनकर सभी रौगटे खड़े हो गये साथ में गरीबो के चलाई जा रही सारी योजनाओ का पोल खोल दिया है।
इस थाना क्षेत्र के पट्टीकीरत राय गांव की निवासी एक महिला ने आर्थिक तंगी के कारण दो मासूम बच्ची समेत आग लगाकर आत्मदाह कर लिया है। इस हादसे में तीनो की दर्दनाक मौत हो गयी।
मिली जानकारी के अनुसार सुरेरी थाना क्षेत्र के पट्टीकीरत राय गांव के निवासी बाबर उर्फ मुगुरू अत्यंत गरीब है। आर्थिक तंगी के कारण परिवार में आये दिन कलह होती रहती थी। आज उसकी उसकी पत्नी रूकसाना अपनी 6 वर्षीय बेटी हातिम और एक दुधमुही बच्ची को एक कमरे बंद करके मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह कर लिया। चिख पुकार सुनकर आसपास के लोगो दरवाजा तोड़कर तीनो को बाहर निकाला इसी बीच दुधमुही बच्ची की मौत हो गयी। रूकसाना और हातिम को जिला अस्पताल लाया गया जहां पर इलाज के दौरान दोनो की मौत हो गयी। इस हादसे की खबर मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनो शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की तफ्तीश शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि बाबा पल्लेदारी करके किसी तरह परिवार का जीवकोपार्जन करता था उसके नाम से ज़मीन भी नही है राशन कार्ड भी नही है ग्रमीणो कि माने तो आर्थिक तंगी के कारण रूक्सना ने इतना बड़ा फैसला ले लिया
इस थाना क्षेत्र के पट्टीकीरत राय गांव की निवासी एक महिला ने आर्थिक तंगी के कारण दो मासूम बच्ची समेत आग लगाकर आत्मदाह कर लिया है। इस हादसे में तीनो की दर्दनाक मौत हो गयी।
मिली जानकारी के अनुसार सुरेरी थाना क्षेत्र के पट्टीकीरत राय गांव के निवासी बाबर उर्फ मुगुरू अत्यंत गरीब है। आर्थिक तंगी के कारण परिवार में आये दिन कलह होती रहती थी। आज उसकी उसकी पत्नी रूकसाना अपनी 6 वर्षीय बेटी हातिम और एक दुधमुही बच्ची को एक कमरे बंद करके मिट्टी का तेल डालकर आत्मदाह कर लिया। चिख पुकार सुनकर आसपास के लोगो दरवाजा तोड़कर तीनो को बाहर निकाला इसी बीच दुधमुही बच्ची की मौत हो गयी। रूकसाना और हातिम को जिला अस्पताल लाया गया जहां पर इलाज के दौरान दोनो की मौत हो गयी। इस हादसे की खबर मिलते ही पूरे गांव में कोहराम मच गया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर तीनो शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामले की तफ्तीश शुरू कर दिया है।
बताया जाता है कि बाबा पल्लेदारी करके किसी तरह परिवार का जीवकोपार्जन करता था उसके नाम से ज़मीन भी नही है राशन कार्ड भी नही है ग्रमीणो कि माने तो आर्थिक तंगी के कारण रूक्सना ने इतना बड़ा फैसला ले लिया