मैं सपा का सच्चा सिपाही था और भविष्य में भी रहूंगा: रत्नाकर चौबे
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बूथस्तरीय सम्मेलन में विधायक के चहेते ठेकेदार ने करवाया था हंगामा
जौनपुर। मैं समाजवादी पार्टी का सच्चा सिपाही था, हूं और भविष्य में भी रहूंगा। मेरी बढ़ती लोकप्रियता से कुछ लोग घबरा गये हैं जो सोची-समझी साजिश के तहत जफराबाद क्षेत्र में आयोजित बूथस्तरीय सम्मेलन में अपने नाकाम इरादों को सामने ला दिये। हालांकि उनकी गंदी सोच को क्षेत्रीय लोगों सहित सपा कार्यकर्ता समझ चुके हैं, इसलिये उनके गलत इरादे पूरे नहीं होंगे। उक्त बातें वरिष्ठ, कर्मठ एवं जुझारू कार्यकर्ता रत्नाकर चौबे ने कलेक्ट्रेट स्थित पत्रकार भवन में पत्र-प्रतिनिधियों से हुई वार्ता के दौरान कही। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में मेरे समर्थक मेरे नाम के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व समाजवादी पार्टी के जिन्दाबाद का नारा लगाते हुये जैसे ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे कि वहां मौजूद क्षेत्रीय विधायक के समर्थक (चहेते ठेकेदार) हूटिंग करने लगे। इससे मेरे समर्थक उत्तेजित हो गये कि इसी बीच उनमें से एक व्यक्ति जो जफराबाद क्षेत्र का नहीं है तथा भाजपा कार्यकर्ता है, मेरे समर्थकों को गाली देते हुये वहां रखी कुर्सियां फेंकने लगा जिससे भगदड़ मच गयी। इतना ही नहीं, जब पूर्व सांसद तूफानी सरोज प्रदेश सरकार की उपलब्धियां लोगों को बता रहे थे तो विधायक के समर्थक हूटिंग कर रहे थे। श्री चौबे ने कहा कि यदि विधायक चाहते तो घटना न होती लेकिन ऐसा वह नहीं चाहे, क्योंकि यह घटना उनकी सोची-समझी साजिश के तहत थी। विधायक सहित उनके भतीजे/प्रतिनिधि के खिलाफ कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त आक्रोश था। यही कारण रहा कि क्षेत्रीय लोग उनके खिलाफ तख्ती पर लिखी बातों को लेकर सम्मेलन में पहुंच गये। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जहां विधायक ईमानदार बनते हैं, वहीं उनके भतीजे तमाम अनैतिक रूप से कमीशनखोरी का काम करते हैं। इतना ही नहीं, जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विकास कार्यों की जफराबाद की जनता प्रशंसा कर रही है, वहीं विधायक के अब तक पूरे कार्यकाल से जनता सहित कार्यकर्ता मायूस हैं। सपा नेता ने कहा कि उस दिन की घटना को लेकर मेरी तरफ से कोई पार्टी विरोधी कार्य नहीं किया गया। मैं तो 20 वर्षों से पार्टी की सेवा पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से कर रहा हूं। बसपा सरकार में मैंने तमाम यातनाएं झेली हैं। लाठी, डण्डा, मुकदमा, जेल आदि सब कुछ झेला हूं। थू-थू दिवस, डेरा डालो-घेरा डालो जैसे कार्यक्रमों में लाठी भी खाया हूं। पिछली बार मैंने जफराबाद विस क्षेत्र से टिकट के लिये आवेदन किया था परन्तु टिकट शचीन्द्र नाथ त्रिपाठी को मिला था जो मेरे विस क्षेत्र के ही नहीं थे। उनका क्षेत्रीय न होने से बहुत विरोध हुआ था लेकिन तत्कालीन सांसद तूफानी सरोज ने हम लोगों को एकजुट करके उनको जिताने का काम किया था जबकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वही विधायक स्वयं तूफानी सरोज का जबर्दस्त विरोध किये। अन्त में उन्होंने कहा कि मैं जफराबाद विस क्षेत्र का हूं तथा मेरी निष्ठा एवं विश्वास पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति है और भविष्य में भी रहेगी। कुल मिलाकर मेरे खिलाफ पूरी साजिश रची गयी है जिसका सारा श्रेय विधायक को जाता है। मेरे निष्कासन के बाबत कोई लिखित सूचना नहीं मिली है। अगर ऐसे कोई बात लिखित रूप से मिलती है तो पार्टी हाईकमान से मिलकर अपनी बात बात बताऊंगा।
जौनपुर। मैं समाजवादी पार्टी का सच्चा सिपाही था, हूं और भविष्य में भी रहूंगा। मेरी बढ़ती लोकप्रियता से कुछ लोग घबरा गये हैं जो सोची-समझी साजिश के तहत जफराबाद क्षेत्र में आयोजित बूथस्तरीय सम्मेलन में अपने नाकाम इरादों को सामने ला दिये। हालांकि उनकी गंदी सोच को क्षेत्रीय लोगों सहित सपा कार्यकर्ता समझ चुके हैं, इसलिये उनके गलत इरादे पूरे नहीं होंगे। उक्त बातें वरिष्ठ, कर्मठ एवं जुझारू कार्यकर्ता रत्नाकर चौबे ने कलेक्ट्रेट स्थित पत्रकार भवन में पत्र-प्रतिनिधियों से हुई वार्ता के दौरान कही। उन्होंने बताया कि सम्मेलन में मेरे समर्थक मेरे नाम के साथ मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व समाजवादी पार्टी के जिन्दाबाद का नारा लगाते हुये जैसे ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे कि वहां मौजूद क्षेत्रीय विधायक के समर्थक (चहेते ठेकेदार) हूटिंग करने लगे। इससे मेरे समर्थक उत्तेजित हो गये कि इसी बीच उनमें से एक व्यक्ति जो जफराबाद क्षेत्र का नहीं है तथा भाजपा कार्यकर्ता है, मेरे समर्थकों को गाली देते हुये वहां रखी कुर्सियां फेंकने लगा जिससे भगदड़ मच गयी। इतना ही नहीं, जब पूर्व सांसद तूफानी सरोज प्रदेश सरकार की उपलब्धियां लोगों को बता रहे थे तो विधायक के समर्थक हूटिंग कर रहे थे। श्री चौबे ने कहा कि यदि विधायक चाहते तो घटना न होती लेकिन ऐसा वह नहीं चाहे, क्योंकि यह घटना उनकी सोची-समझी साजिश के तहत थी। विधायक सहित उनके भतीजे/प्रतिनिधि के खिलाफ कार्यकर्ताओं में जबर्दस्त आक्रोश था। यही कारण रहा कि क्षेत्रीय लोग उनके खिलाफ तख्ती पर लिखी बातों को लेकर सम्मेलन में पहुंच गये। कार्यकर्ताओं का कहना है कि जहां विधायक ईमानदार बनते हैं, वहीं उनके भतीजे तमाम अनैतिक रूप से कमीशनखोरी का काम करते हैं। इतना ही नहीं, जहां मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के विकास कार्यों की जफराबाद की जनता प्रशंसा कर रही है, वहीं विधायक के अब तक पूरे कार्यकाल से जनता सहित कार्यकर्ता मायूस हैं। सपा नेता ने कहा कि उस दिन की घटना को लेकर मेरी तरफ से कोई पार्टी विरोधी कार्य नहीं किया गया। मैं तो 20 वर्षों से पार्टी की सेवा पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से कर रहा हूं। बसपा सरकार में मैंने तमाम यातनाएं झेली हैं। लाठी, डण्डा, मुकदमा, जेल आदि सब कुछ झेला हूं। थू-थू दिवस, डेरा डालो-घेरा डालो जैसे कार्यक्रमों में लाठी भी खाया हूं। पिछली बार मैंने जफराबाद विस क्षेत्र से टिकट के लिये आवेदन किया था परन्तु टिकट शचीन्द्र नाथ त्रिपाठी को मिला था जो मेरे विस क्षेत्र के ही नहीं थे। उनका क्षेत्रीय न होने से बहुत विरोध हुआ था लेकिन तत्कालीन सांसद तूफानी सरोज ने हम लोगों को एकजुट करके उनको जिताने का काम किया था जबकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में वही विधायक स्वयं तूफानी सरोज का जबर्दस्त विरोध किये। अन्त में उन्होंने कहा कि मैं जफराबाद विस क्षेत्र का हूं तथा मेरी निष्ठा एवं विश्वास पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के प्रति है और भविष्य में भी रहेगी। कुल मिलाकर मेरे खिलाफ पूरी साजिश रची गयी है जिसका सारा श्रेय विधायक को जाता है। मेरे निष्कासन के बाबत कोई लिखित सूचना नहीं मिली है। अगर ऐसे कोई बात लिखित रूप से मिलती है तो पार्टी हाईकमान से मिलकर अपनी बात बात बताऊंगा।