साक्षात्कार के पहले 90 सेकेण्ड बहुत ही महत्वपूर्ण होते हैं
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के इंजीनियरिंग
संकाय द्वारा आयोजित संचार कौशल विषयक कार्यशाला का समापन रविवार की शाम को
हुआ। कार्यशाला के प्रथम सत्र में स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, मोतीलाल नेहरु
राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान इलाहाबाद के सहायक प्रोफेसर एवं
विभागाध्यक्ष डॉ. तनुज नंदन ने “साक्षात्कार हेतु संचार” विषय के विभिन्न
पहलुओं पर व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि इंटरव्यू के समय होने वाली
परेशानियों को थोड़ी कोशिशों से दूर किया जा सकता है। अपने शारीरिक हाव भाव,
बोलचाल एवं बैठने का ढंग किस प्रकार का होना चाहिए इस पर ध्यान देने की
जरूरत है। उन्होंने कहा कि बहुत सारे आंकड़े एवं विशेषज्ञों के अनुभव यह
बताते हैं कि उमीदवार के चयन में साक्षात्कार के पहले 90 सेकेण्ड बहुत ही
महत्वपूर्ण होते हैं।
कार्यशाला के द्वितीय सत्र को संबोधित करते
हुए इलाहाबाद विश्वविद्यालय, इलाहाबाद के वाणिज्य एवं प्रबंध अध्ययन विभाग
की डॉ. शेफाली नंदन ने प्रभावकारी संचार हेतु आवश्यक पहलू पर
विस्तारपूर्वक चर्चा की। डॉ. शेफाली द्वारा छात्र-छात्राओं को बताया गया कि
प्रभावकारी संचार में कौन से तथ्य बाधक होते हैं।किस प्रकार हम दूसरों पर
अपने संचार से प्रभाव डाल सकते हैं। वे कौन से कारक हैं जिनके द्वारा आप
अपने ज्ञान को दूसरों तक प्रभावी तरीकों से पहुंचा सकते हैं। उन्होंने
प्रभावकारी संचार के लिए “7सी” फार्मूले पर विस्तारपूर्वक बताते हुए कहा कि
किस प्रकार यह प्रत्येक शिक्षित व्यक्ति के व्यक्तित्व विकास में सहायक
सिद्ध हो सकता है।
आभार व्यक्त करते हुए समन्वयक डॉ. राजकुमार
सोनी ने कहा कि सभी व्याख्यानों को वेबसाइट पर अपलोड किया जा रहा है। ताकि
विश्वविद्यालय का प्रत्येक विद्यार्थी इन व्याख्यानों से लाभान्वित हो सके।
आयोजन सचिव डॉ. संतोष कुमार ने सार प्रस्तुत करते हुए बताया कि प्रथम दो
दिनों में आठ व्याख्यान दिए गए जिसमें 315 छात्र-छात्राओं ने सहभागिता की।
इस अवसर पर प्रो बीबी तिवारी, डॉ. अजय द्विवेदी, डॉ. प्रदीप कुमार, डॉ.
वीडी शर्मा, डॉ. नूपुर गोयल, डॉ. सुरेन्द्र कुमार आदि उपस्थित थे।