फ़ूट प्वाइजिंग से दस बच्चों की हालत बिगड़ी सीएचसी में चल रहा है उपचार
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मछलीशहर। स्थानीय नगर के कृपाशंकर नगर मोहल्ले मे स्थित
मदरसा फैजाने कदीरिया के दस छात्र के फ़ूट प्वाइजिंग के शिकार होने पर नगर
में हड़कम्प मच गया आनन फानन में उपचार के लिए सभी बच्चों को अस्पताल में
भर्ती कराया गया जहा उपचार कर रहे चिकित्सक के अनुसार सभी बच्चों की हालत
नियंत्रण में है और उपचार किया जा रहा है।घटना की जानकारी मिलते ही ज्वाइंट
मजिस्ट्रेट सत्येंद्र कुमार भी अस्पताल पहुचकर बच्चों के हालत की जानकारी
चिकित्सक से लेने के बाद समुचित इलाज करने का निर्देश दिए।
बताते है कि कस्बे के ही महतवाना मोहल्ले मे स्थित मुनीर अहमद
के पुत्र राशिद के चालीसवें मे शामिल होने गये थे और कुरान खानी के बाद सभी
ने जलेबी खायी और दस मिनट बाद ही उनकी हालत बिगड़ने लगी।सभी को पेट में
दर्द शुरू होते ही लोगो में हड़कम्प मच गया।आनन फानन में सभी बच्चों को
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुचाया गया।जहा पर उपचार के दौरान अनियमितता
पायी गयी आलम यह रहा एक ही बेड पर दो दो बच्चों का उपचार किया जा रहा था और
वहा पर पंखा भी न चलने के कारण बच्चे गर्मी से परेशान हो रहे थे।घटना की
जानकारी होते ही ज्यो ही ज्वाइंट मजिस्ट्रेट की गाडी अस्पताल में पहुचे तो
तुरन्त चिकित्सक हरकत में आ गए और जिस वार्ड में बच्चों का इलाज चल रहा था
वहा पर पंखा चलने लगा।पीड़ित बच्चों में गौहानी ग्राम निवासी गुलाम सरवर
(15) पुत्र शकील अहमद, मीरपुरखास निवासी सरफराज (14) पुत्र अब्दुल
करीम,इम्तियाज (11) पुत्र अब्दुल करीम, सिराज (10) पुत्र लालमोहम्मद ,
नईगंज (जौनपुर ) निवासी मारूफ (12) पुत्र हबीबुल्लाह बारीगाॅव
(बरसठी)निवासी शमसाद (12) पुत्र मुस्ताक , शाहूपटटी (बरसठी) गाँव निवासी
रेहान ( 12)और मेराज (08) पुत्रगण रमजान, मोहल्ला मोतीनगर निवासी समीर
(08) पुत्र शमशेर सामिल रहे
बच्चों की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही थी।उधर फ़ूट प्वाइजनिंग की खबर मिलते ही दुकानदार अपनी दूकान बंद कर फरार हो गया लोगो में खाद्य निरीक्षक के खिलाफ भी रोष देखा गया और आरोप लगाया की खाद्य निरीक्षक की टीम द्वारा कार्यवाही न किये जाने के कारण मिलावट का घंधा फूल फल रहा है।
बच्चों की हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही थी।उधर फ़ूट प्वाइजनिंग की खबर मिलते ही दुकानदार अपनी दूकान बंद कर फरार हो गया लोगो में खाद्य निरीक्षक के खिलाफ भी रोष देखा गया और आरोप लगाया की खाद्य निरीक्षक की टीम द्वारा कार्यवाही न किये जाने के कारण मिलावट का घंधा फूल फल रहा है।