भदोही में निर्दयी मां ने जुड़वे संतान में एक को उतारा मौत के घाट
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भदोही। जिले में दिल को दहला देने
वाली एक घटना हुई है। एक कलयुगी मां ने अपनी जुड़वा संतानों में एक को
बीमारी की वजह से मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद अपहरण का मुकदमा भी जर्द
करा दिया। लेकिन जब पुलिस के दबाब में मां से कड़ाई से पूछताछ की गयी तो इस
स्याह सच का राज खुला गया। हत्या का राज सामने आने पर लोगों ने दिल थाम
लिया। बाद में पुलिस ने मां को गिरफतार कर जेल भेज दिया। 22 दिन पूर्व
जुड़वे पैदा हुए थे।
पुलिस ने इस घटना की जो सच्चाई बताई उसके अनुसार औराई थाने के कुरौना गांव निवासी जुड़वे के पिता राजेंद्र गुप्ता की तरफ से 08 अगस्त को एक तहरीर दी गयी थी जिसमें कहा गया था कि 06 अगस्त को उसकी पत्नी जुड़वों को लेकर दोपहर में सोयी थी जिसमें छोटे रुद्र का किसी ने अपहरण कर लिया। बाद में औराई पुलिस ने विवेचना के बाद इस मामले में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद पिता राजेंद्र गुप्ता ने पुलिस को 09 अगस्त को जानकारी दिया कि उसका बेटा उस गली में मृत पाया गया है वह कपड़े लिपटा मिला है। बेटे का शव उसके रिहायशी मकान से कुछ दूरी पर कूड़े के ढे़र में मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद धारा में हत्या की घटना को जोड़ कर जांच आगे बढ़ाया। इस सबंध में पुलिस ने जब मां राजकुमारी से पूछताछ किया तो उसने सपने आने और इधर उधर के बहाने बनाने लगी जिससे उस पर आशंका गहराती गयी। मां के बदलते बयान पर पुलिस की पूरी आशंका उसके इर्दगिर्द घूमने लगी। पुलिस ने जब कड़ाई से मां राजकुमारी से इस संबंध में पूछताछ किया तो वह टूट गयी। उसने कबूल कर लिया कि उसने ही अपने मासूम की हत्या मुंह में कपड़ा ठूंस कर किया। इसके पीछे उसने बेटे का हमेंशा बीमार होना बताया। पुलिस का दावा है कि मां ने यह कबूल किया कि उसने खुद मासूम की चड्ठी मुंह में डाल कर उसकी हत्या किया। जब उसकी सांस बंद हो गयी तो गुदरी में लपेट कर घर के बगल कूड़े में डाल दिया। पुलिस का दावा है कि रात में वह पति से बेटे के सपने में आने और गंध की बात भी कहने लगी। इसके बाद वह उसे कूड़ के ढे़र से मासूम को बाहर निकाल दिया। जिसके बाद खोजबीन के दौरान मासूम गांवावालों और राजकुमारी के ससुर के हाथ लगा। पुलिस ने महिला को बेटे की हत्या के जुर्म में गिरफतारक कर जेल भेज दिया।
पुलिस ने इस घटना की जो सच्चाई बताई उसके अनुसार औराई थाने के कुरौना गांव निवासी जुड़वे के पिता राजेंद्र गुप्ता की तरफ से 08 अगस्त को एक तहरीर दी गयी थी जिसमें कहा गया था कि 06 अगस्त को उसकी पत्नी जुड़वों को लेकर दोपहर में सोयी थी जिसमें छोटे रुद्र का किसी ने अपहरण कर लिया। बाद में औराई पुलिस ने विवेचना के बाद इस मामले में संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। इसके बाद पिता राजेंद्र गुप्ता ने पुलिस को 09 अगस्त को जानकारी दिया कि उसका बेटा उस गली में मृत पाया गया है वह कपड़े लिपटा मिला है। बेटे का शव उसके रिहायशी मकान से कुछ दूरी पर कूड़े के ढे़र में मिला। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद धारा में हत्या की घटना को जोड़ कर जांच आगे बढ़ाया। इस सबंध में पुलिस ने जब मां राजकुमारी से पूछताछ किया तो उसने सपने आने और इधर उधर के बहाने बनाने लगी जिससे उस पर आशंका गहराती गयी। मां के बदलते बयान पर पुलिस की पूरी आशंका उसके इर्दगिर्द घूमने लगी। पुलिस ने जब कड़ाई से मां राजकुमारी से इस संबंध में पूछताछ किया तो वह टूट गयी। उसने कबूल कर लिया कि उसने ही अपने मासूम की हत्या मुंह में कपड़ा ठूंस कर किया। इसके पीछे उसने बेटे का हमेंशा बीमार होना बताया। पुलिस का दावा है कि मां ने यह कबूल किया कि उसने खुद मासूम की चड्ठी मुंह में डाल कर उसकी हत्या किया। जब उसकी सांस बंद हो गयी तो गुदरी में लपेट कर घर के बगल कूड़े में डाल दिया। पुलिस का दावा है कि रात में वह पति से बेटे के सपने में आने और गंध की बात भी कहने लगी। इसके बाद वह उसे कूड़ के ढे़र से मासूम को बाहर निकाल दिया। जिसके बाद खोजबीन के दौरान मासूम गांवावालों और राजकुमारी के ससुर के हाथ लगा। पुलिस ने महिला को बेटे की हत्या के जुर्म में गिरफतारक कर जेल भेज दिया।