प्रशासन की कड़ी मेहनत के बाद सुलझा कब्रिस्तान का विवाद
https://www.shirazehind.com/2016/08/blog-post_143.html
जौनपुर। जिले के लाईनबाजार थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव में कब्रिस्तान
में शव दफ्न करने को लेकर दो पक्ष आमने सामने हो गये। शव को सुपुर्दे खाक
करने वाले पक्ष के लोग लाश को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। सूचना मिलते
ही भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गयी । काफी समझाने बुझाने के बाद भी
कोई हल नही निकल पाया। उसके बाद तहसीलदार राजस्वकर्मियों के साथ मौके पर
पहुंचकर नाप जोख करके कब्रिस्तान की जमीन चिन्हित किया उसके बाद भी झगड़ा
समाप्त नही हुआ। इस पूरे विवाद की जड़ में चकबंदी विभाग की कारस्तानी सामने
आयी है।
लाईनबाजार थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव में एक दर्जन परिवार नट विरादरी के लोग है। ये लोग मौत होने के बाद शव को गांव में सड़क के किनारे दफ्न करते चले आ रहे थे। 2007 में इस गांव की चकबंदी हुई तो कब्रिस्तान को सड़क के किनारे से हटाकर पिछले हिस्से में कर दिया गया। जहां पर ये लोग मुर्दा दफ्न करते थे उस जमीन को एक कास्तकार के नाम दर्ज कर दिया। चकबंदी के बाद आज इस गांव में एक बृध्द की मौत हुई। उसके परिवार वाले परम्परागत ढंग से शव को दफ्न करने पहुंचे तो कास्तकार मुर्दा गाड़ने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनो पक्षो में तकरार शुरू हो गया। मृतक पक्ष के लोग शव को सड़क पर रखकर प्रर्दशन करने लगे। सूचना मिलते ही सीओ सिटी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर दोनो पक्षो को समझाने का प्रयास किया लेकिन सारी मेहनत बेकार ही गयी। उधर डीएम के निर्देश पर तहसीलदार राजस्वकर्मियों के साथ पहुंचकर जमीन की फिर से पैमाईश कराकर कब्रिस्तान की जमीन अलग करके वहां पर शव को सुपुर्देखाक करने को कहा। इसके बाद भी प्रर्दशन कर रहे लोग वहा पर शव को दफ्न करने से मना कर दिया। आक्रोशित लोग शव को लेकर डीएम आफिस की तरफ कुच किये लेकिन पुलिस किसी तरह से महिला थाने के पास रोककर फिर से समझाने बुझाने के बाद शव को दफ्न किया गया।
लाईनबाजार थाना क्षेत्र के मुस्तफाबाद गांव में एक दर्जन परिवार नट विरादरी के लोग है। ये लोग मौत होने के बाद शव को गांव में सड़क के किनारे दफ्न करते चले आ रहे थे। 2007 में इस गांव की चकबंदी हुई तो कब्रिस्तान को सड़क के किनारे से हटाकर पिछले हिस्से में कर दिया गया। जहां पर ये लोग मुर्दा दफ्न करते थे उस जमीन को एक कास्तकार के नाम दर्ज कर दिया। चकबंदी के बाद आज इस गांव में एक बृध्द की मौत हुई। उसके परिवार वाले परम्परागत ढंग से शव को दफ्न करने पहुंचे तो कास्तकार मुर्दा गाड़ने से मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनो पक्षो में तकरार शुरू हो गया। मृतक पक्ष के लोग शव को सड़क पर रखकर प्रर्दशन करने लगे। सूचना मिलते ही सीओ सिटी भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर दोनो पक्षो को समझाने का प्रयास किया लेकिन सारी मेहनत बेकार ही गयी। उधर डीएम के निर्देश पर तहसीलदार राजस्वकर्मियों के साथ पहुंचकर जमीन की फिर से पैमाईश कराकर कब्रिस्तान की जमीन अलग करके वहां पर शव को सुपुर्देखाक करने को कहा। इसके बाद भी प्रर्दशन कर रहे लोग वहा पर शव को दफ्न करने से मना कर दिया। आक्रोशित लोग शव को लेकर डीएम आफिस की तरफ कुच किये लेकिन पुलिस किसी तरह से महिला थाने के पास रोककर फिर से समझाने बुझाने के बाद शव को दफ्न किया गया।