सिटी रोडवेज बस बंद होने से केराकतवासी आक्रोशित
https://www.shirazehind.com/2016/07/blog-post_873.html?m=0
केराकत, जौनपुर। वाराणसी से केराकत तक चलने वाली प्रातःकालीन सिटी रोडवेज बस का संचालन कुछ प्राइवेट वाहन संचालकों की साजिश पर बंद कर दिया गया है जिसके चलते छात्रों, व्यापारियों सहित क्षेत्र के लगभग सभी लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया है जो कभी भी विस्फोटक हो सकता है।
मालूम हो कि प्रातः साढ़े 6 बजे केराकत से चलकर वाराणसी पहुंचने के बाद पुनः 10 बजे दिन में वापस केराकत आने के कुछ समय पश्चात् वाराणसी जाने और सायं साढ़े 7 बजे वाराणसी से चलकर केराकत रात्रि हाल्ट करने वाली सिटी रोडवेज बस बंद कर दी गयी है जिसके चलते उक्त क्षेत्र के लोगों को आवागमन करने में अब काफी दिक्कत हो रही है।
बता दें कि उक्त बस से प्रतिदिन क्षेत्रीय व्यापारी, बीएचयू में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र सहित अन्य कार्यों से लोगों का सुगमतापूर्वक आगमन होता रहता था लेकिन कुछ कथित प्राइवेट वाहन संचालकों के दबाव और चंद चांदी के जूतों की चमक के आगे विभागीय अधिकारियों ने जनहित को दरकिनार करते हुये सरकार के खजाने को चूना लगाते हुये बस का संचालन बिना किसी उचित निर्णय के बंद कर दिया गया।
क्षेत्रीय नागरिकों, छात्रों, व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि तत्काल उक्त बस का वाराणसी से केराकत संचालन प्रारम्भ नहीं किया गया तो आंदोलन छेड़ा जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी परिवहन निगम की होगी। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो कुछ प्राइवेट वाहन संचालकों के दबाव में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने उक्त निर्णय बिना किसी मतलब के कर लिया है। ऐसी स्थिति में केराकत से बीएचयू शिक्षण कार्य से प्रतिदिन पास बनवाकर जाने-जाने वालों के समक्ष गम्भीर समस्या उत्पन्न होने के साथ ही उनके पास व धन का अपव्यय हो रहा है।
क्षेत्रीय लोगों ने परिवहन विभाग से तत्काल अपना निर्णय वापस लेते हुये उक्त सिटी बस सेवा को पूर्व की भांति बहाल करने की मांग किया है, ताकि प्राइवेट वाहनों की किराये के नाम पर मनमानी वसूली करने के उनके मंसूबों पर लगाम लग सके।
मालूम हो कि प्रातः साढ़े 6 बजे केराकत से चलकर वाराणसी पहुंचने के बाद पुनः 10 बजे दिन में वापस केराकत आने के कुछ समय पश्चात् वाराणसी जाने और सायं साढ़े 7 बजे वाराणसी से चलकर केराकत रात्रि हाल्ट करने वाली सिटी रोडवेज बस बंद कर दी गयी है जिसके चलते उक्त क्षेत्र के लोगों को आवागमन करने में अब काफी दिक्कत हो रही है।
बता दें कि उक्त बस से प्रतिदिन क्षेत्रीय व्यापारी, बीएचयू में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्र सहित अन्य कार्यों से लोगों का सुगमतापूर्वक आगमन होता रहता था लेकिन कुछ कथित प्राइवेट वाहन संचालकों के दबाव और चंद चांदी के जूतों की चमक के आगे विभागीय अधिकारियों ने जनहित को दरकिनार करते हुये सरकार के खजाने को चूना लगाते हुये बस का संचालन बिना किसी उचित निर्णय के बंद कर दिया गया।
क्षेत्रीय नागरिकों, छात्रों, व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि यदि तत्काल उक्त बस का वाराणसी से केराकत संचालन प्रारम्भ नहीं किया गया तो आंदोलन छेड़ा जायेगा जिसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी परिवहन निगम की होगी। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो कुछ प्राइवेट वाहन संचालकों के दबाव में परिवहन विभाग के अधिकारियों ने उक्त निर्णय बिना किसी मतलब के कर लिया है। ऐसी स्थिति में केराकत से बीएचयू शिक्षण कार्य से प्रतिदिन पास बनवाकर जाने-जाने वालों के समक्ष गम्भीर समस्या उत्पन्न होने के साथ ही उनके पास व धन का अपव्यय हो रहा है।
क्षेत्रीय लोगों ने परिवहन विभाग से तत्काल अपना निर्णय वापस लेते हुये उक्त सिटी बस सेवा को पूर्व की भांति बहाल करने की मांग किया है, ताकि प्राइवेट वाहनों की किराये के नाम पर मनमानी वसूली करने के उनके मंसूबों पर लगाम लग सके।