ब्रम्हज्ञान द्वारा ही नारी जाति का विकास सम्भवः प्रियंका वर्मा
https://www.shirazehind.com/2016/07/blog-post_661.html
जौनपुर। परमात्मा की सन्तान सब हैं। चाहे नारी हो या नर, क्योंकि सबमें एक ही परमतत्व का अंश है। सबमें एक प्रभु का नूर समाया है। आज की नारी अपने घर-परिवार के साथ ही कार्यालय व व्यवसाय में भी अपना योगदान दे रही हैं। इन्हें अगर सत्संग से जोड़ दिया जाय तो ब्रह्नमज्ञान द्वारा इनमें बहुत बदलाव आ सकता है। आज सद्गुरू माता सविन्दर जी की कृपा से निरंकारी सत्संग द्वारा नारी का जीवन ऊँचा हो रहा है। उक्त उद्गार मड़ियाहूं पड़ाव पर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन के प्रांगण में निरंकारी महिला सन्त समागम के अवसर पर उपस्थित विशाल संत समूह को सम्बोधित करती हुई दिल्ली से आयीं केन्द्रीय प्रचारक बहन प्रियंका वर्मा ने व्यक्त किया। इसके पहले जेएन पाण्डेय जोनल इंचार्ज ने बहन वर्मा का स्वागत करते हुये समस्त साध संगत के प्रति आभार प्रगट किया। इस अवसर पर बहन कविता राजस्थान, आराधना ंदिल्ली, सेजल, नेहा शर्मा, प्रमिला, मालती, विद्या, सत्या, इन्दू गुप्ता, ममता, शालिनी पाण्डेय, मधु, शशि आदि उपस्थित रहे। मंच का संचालन रीतू व अनीता ने संयुक्त रूप से किया।