भाई और बेटे के इंतजार में सड़ती रहीं लाश , पुलिस ने कराया अंतिम संस्कार
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भदोही। जिले के सदर कोतवाली के
नेवादा कला गांव में मौत के तीन दिन बाद लाश घर में सड़ती रहीं । लेकिन
भाई और बेटे परदेश से नहीँ आए ।शव से जब बदबू उठने लगी तो मामला पुलिस तक
पहुँचा । बाद में पुलिस ने गाँव वालों के सहयोग से शव का अंतिम संस्कार
कराया ।
पुलिस के अनुसार नेवादा कला गाँव निवासी प्रकाश सिंह (56 ) की तीन दिन पूर्व स्वाभाविक मौत हो गयी थी । घर वाले ने शव को तीन दिन से भाई और बेटों के इंतजार में घर में बंद कर रखा था । शिव प्रकाश को पांच पुत्र और एक बेटी है तथा उनके दो भाई अवधेश सिंह, बृजेश सिंह सूरत में रहते है। तीन दिन से परिवार वाले दोनों भाइयो और बेटों का अंतिम संस्कार के लिए इंतजार कर रहे थे । जिसका नतीजा रहा लाश से दुर्गन्ध उठने लगी । कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची तो घर वालो ने बताया कि बिना सूरत से दोनों भाइयो और बेटों के आये दाह संस्कार नहीं किया जायेगा ।परिजनों ने मामले को संदिग्ध बताया है।जबकि भदोही कोतवाल ने किसी बात से इनकार किया । उन्होंने दवा किया कि मौत सामान्य है । बेटे और भाई बाहर रहते हैं । घर के लोग उन्हीं का इंतजार कर रहे थे । पुलिस ने लाश का पंचनामा कर शव का अंतिम संस्कार करा दिया । क्योंकि बदबू उठने लगी थी ।
पुलिस के अनुसार नेवादा कला गाँव निवासी प्रकाश सिंह (56 ) की तीन दिन पूर्व स्वाभाविक मौत हो गयी थी । घर वाले ने शव को तीन दिन से भाई और बेटों के इंतजार में घर में बंद कर रखा था । शिव प्रकाश को पांच पुत्र और एक बेटी है तथा उनके दो भाई अवधेश सिंह, बृजेश सिंह सूरत में रहते है। तीन दिन से परिवार वाले दोनों भाइयो और बेटों का अंतिम संस्कार के लिए इंतजार कर रहे थे । जिसका नतीजा रहा लाश से दुर्गन्ध उठने लगी । कोतवाली पुलिस मौके पर पहुँची तो घर वालो ने बताया कि बिना सूरत से दोनों भाइयो और बेटों के आये दाह संस्कार नहीं किया जायेगा ।परिजनों ने मामले को संदिग्ध बताया है।जबकि भदोही कोतवाल ने किसी बात से इनकार किया । उन्होंने दवा किया कि मौत सामान्य है । बेटे और भाई बाहर रहते हैं । घर के लोग उन्हीं का इंतजार कर रहे थे । पुलिस ने लाश का पंचनामा कर शव का अंतिम संस्कार करा दिया । क्योंकि बदबू उठने लगी थी ।