पीएचसी से मरीजों का हो रहा मोहभंग
https://www.shirazehind.com/2016/07/blog-post_428.html
जौनपुर। मंुंगराबादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की चिकित्सा एवं इमरजेंसी व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त होने से जहां सरकारी अस्पताल से लोगो का मोहभंग होने लगा है, वहीं अपना उपचार कराने के लिये यहां आने वाले मरीजो का रूख निजी अस्पतालों की तरफ तेजी से बढ़ रहा है। लोगों की मानें तो एक सरकारी सहित एक उधार के दो चिकित्सकों के बल पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी इस केन्द्र की चिकित्सा व्यवस्था को चला रहे हैं। केन्द्र की ध्वस्त होती चिकित्सा व्यवस्था बद से बदतर होती जा रही है द्यसरकारी अस्पताल की दशा में सुधार को कौन कहे, स्थिति दिन प्रतिदिन और बदतर होती जा रही है । आलम यह है की डायरिया रोग की चपेट मे आने वाले गरीब मजलूमो का इलाज बाहर से दवा खरीदवा कर इलाज किया जाता है । इस सम्बन्ध मे धौरहरा ग्राम निवासी राम अभिलाख बनबासी ने बताया की डायरिया रोग की चपेट मे आये उसके १७ वर्षीय लड़के का इलाज कराने वह सरकारी अस्पताल ले गया द्यजहां उसे बाहर दवा की दुकान से बोतल लाने की पर्ची पकडा दी गयी । मरीज को आराम नही होने पर वह प्राइवेट अस्पताल मे इलाज कराया द्यबताया जाता है की इस स्वास्थ केन्द्र मे ब्याप्त लूट खसोट करने का बिरोध करने वालो को प्रभारी द्वारा ब्लैक मेल करने का फर्जी मुकदमा कायम कराने की धमकी तक दे दी जाती है । सूत्रो की माने तो प्रभारी चिकित्साधिकारी द्वारा अपने सरकारी आवास को नर्सिग होम बना दिया गया है ।