डा0 पकंज के अस्पताल में इलाज के दरम्यान मरीज की मौत परिजनो ने जमकर किया हंगामा
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जौनपुर। लाईनबाजार थाना क्षेत्र के रोडवेज तिराहे के पास स्थित एक हास्पिटल में इलाज के दरम्यान मरीज की मौत होने गुस्साए परिजनो ने जमकर हंगामा किया। हंगामा के कारण अस्पताल में अन्य मरीजो और तिमारदारो में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर किसी तरह से आक्रोशित जनता को समझा बुझााकर मामला शांत करायी। परिजनो का आरोप है कि मरीज की मौत डाक्टर की लापरवाही कारण हुई है। उधर डाक्टर ने अपने ऊपर लगे आरोप को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मरीज की मौत विमारी के कारण हुआ है।
सिकरारा थाना क्षेत्र के भगेलू यादव को तीन दिन पूर्व सिर दर्द की शिकायत हुई परिवार वाले उसे लाईनबाजार थाना क्षेत्र के रोडवेज तिराहे के पर स्थित श्रध्दा हास्पिटल में ले आये। यहां पर डा0 पकंज सिंह ने उसकी हालत गम्भीर देखते हुए आईसीयू वार्ड में भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया। आज शाम उनकी मौत हो गयी। मौत की खबर मिलते ही परिजनो ने डाक्टर पर लापरवाही का अरोप लगाते हुए जमकर हंगामा करते हुए आईसीयू में तोड़फोड़ करने की कोशिश किया लेकिन वहां पर मौजूद अस्पताल के कर्मचारियों ने उन्हे रोक दिया। उधर महिलाएं सड़क उतरकर हंगामा शुरू कर दिया। इस बवाल के कारण अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज और तिमारदारो में हड़कंप मच गया। मृतक के बेटे विजय यादव का आरोप है कि डाक्टर ने तीन दिन के भीतर 90 हजार रूपये इलाज और जांच के नाम पर लिया। इसके बाद भी आज वे इलाज में लापरवाही कर दिये जिसके कारण मेरे पिता की मौत हो गयी।
हंगामा की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर किसी तरह से आक्रोशित जनता को शांत कराने के बाद घर भेज दिया। उधर डाक्टर पंकज सिंह ने बताया कि मरीज एक हफ्ते से बुखार से पीड़ित था पहले ये लोग गांव में इलाज करा रहे थे तीन पहले मेरे पास लेकर आये। मैने उसकी हालत नाजुक देखते हुए आईसीयू में भर्ती करके इलाज कर रहा था। आज ये लोग खुद अपने मरीज को बीएचयू ले जाने के लिए कहा तो मैने रेफर कर दिया लेकिन मरीज जैसे ही एबुलेंस में लादा जा रहा था उसकी मौत हो गयी। इसमें मेरा कोई दोष नही है।
सिकरारा थाना क्षेत्र के भगेलू यादव को तीन दिन पूर्व सिर दर्द की शिकायत हुई परिवार वाले उसे लाईनबाजार थाना क्षेत्र के रोडवेज तिराहे के पर स्थित श्रध्दा हास्पिटल में ले आये। यहां पर डा0 पकंज सिंह ने उसकी हालत गम्भीर देखते हुए आईसीयू वार्ड में भर्ती करके इलाज शुरू कर दिया। आज शाम उनकी मौत हो गयी। मौत की खबर मिलते ही परिजनो ने डाक्टर पर लापरवाही का अरोप लगाते हुए जमकर हंगामा करते हुए आईसीयू में तोड़फोड़ करने की कोशिश किया लेकिन वहां पर मौजूद अस्पताल के कर्मचारियों ने उन्हे रोक दिया। उधर महिलाएं सड़क उतरकर हंगामा शुरू कर दिया। इस बवाल के कारण अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज और तिमारदारो में हड़कंप मच गया। मृतक के बेटे विजय यादव का आरोप है कि डाक्टर ने तीन दिन के भीतर 90 हजार रूपये इलाज और जांच के नाम पर लिया। इसके बाद भी आज वे इलाज में लापरवाही कर दिये जिसके कारण मेरे पिता की मौत हो गयी।
हंगामा की खबर मिलते ही पुलिस मौके पर किसी तरह से आक्रोशित जनता को शांत कराने के बाद घर भेज दिया। उधर डाक्टर पंकज सिंह ने बताया कि मरीज एक हफ्ते से बुखार से पीड़ित था पहले ये लोग गांव में इलाज करा रहे थे तीन पहले मेरे पास लेकर आये। मैने उसकी हालत नाजुक देखते हुए आईसीयू में भर्ती करके इलाज कर रहा था। आज ये लोग खुद अपने मरीज को बीएचयू ले जाने के लिए कहा तो मैने रेफर कर दिया लेकिन मरीज जैसे ही एबुलेंस में लादा जा रहा था उसकी मौत हो गयी। इसमें मेरा कोई दोष नही है।