दरोगा ने रखवाया अवैध छप्पर
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जौनपुर। अपने कार्याे से चर्चित रहने वाले खेतासराय थाने में तैनात उपनिरीक्षक ने एक अनोखा फैसला किया । एक पक्ष राजू बिन्द से लाभान्वित होकर दूसरे पक्ष मुन्नीलाल की जमीन पर रिहायशी छप्पर रखवा दिया तथा दूसरे पक्ष की सेवा मिलने के बाद कहा की मैं स्वयं पैमाइश करके बाद में छप्पर हटवा दूंगा । दोनों पक्षों में खूनी संघर्ष कराने की पटकथा लिखने में उनकी भूमिका रही। वे दोनों पक्षों से मुद्रा लेते है । एक पक्ष से लेने पर उनकी आत्मा को संतुष्टि नही होती तथा दूसरे पक्ष के घर के इर्द गिर्द मंडराते रहते है और यही से मामले का अंत नही होता । दोनों पक्षों में भविष्य में न समाप्त होने वाली रार भी डाल देते है। अपने रसूक के बल पर प्रतिदिन कारनामा करते है । उक्त दरोगा सिर्फ धन ही हजम करते कम धन मिलने पर जम कर तांडव करवाते है । यह लीला काफी दिनों से चल रही है । कस्बे के प्रतिष्ठित स्थान पर दरोगा का दरबार लगता है जो प्रकरण थाने में हल नही होता वह मामला दरबार में अमली जामा पहनाया जाता है । भारी संख्या में लोग दरोगा की दरबारी करते है । किसी जनता दरबार से कम भीड़ नही होती जहां लोगों को गुमराह कर के उनसे धनउगाही की जाती है.