‘जो कत्ल करते हैं पढ़ कर अल्लाह-हो -अकबर के साथ-साथ, ये तो गद्दारी है दीन-ए-मुस्तफा के साथ’
https://www.shirazehind.com/2016/06/blog-post_71.html
मौलाना सफदर हुसैन जैदी सहित 1.0 लोग किये गये सम्मानित
जौनपुर। मौलाना सैयद मकबूल अहमद मरहूम की याद में होने वाली आल इण्डिया पांच दिवसीय सालाना मजालिसे अजा ;100वां सालद्ध व महफिल का आयोजन बुधवार की रात मकबूल मंजिल बलुआघाट इमामबाड़े में तिलावते कलाम-ए-पाक से शुरु हुआ। नयाब बलियाबी का यह शेर ‘जो कत्ल करते हैं पढ़ कर अल्लाह-हो -अकबर के साथ ये तो गद्दारी है दीने मुस्तफा के साथ मार कर बच्चों को जुल्मों जौर से यह साबित किया कुछ मुसलमा आज भी हैं हुरमुला के साथ-साथ आतंकवाद पर करारा जवाब दिया।
शताब्दि वर्ष पूरा करने के उपलक्ष्य में आयोजित जलसे को खेताब करते हुये मौलाना सफदर हुसैन जैदी ने कहा कि मौलाना सै0 मकबूल अहमद मरहूम ने इंसानियत को बचाने के लिए व लोगों को शिक्षित करने के साथ समाज के लिए जो काम किया उसे हम सब कभी भुला नहीं सकते। आज हम सब को फक्र होना चाहिए कि उनके द्वारा कायम की गयी मजलिसों का 100वॉ दौरे में हम लोग शामिल हैं। अल्लाह उन्हें जन्नत में हमेशा आला मकाम दें। मौलाना एजाज हसनैन करारवी व बाकर मेंहदी ने कहा कि मकबूल अहमद साहब के सपनों को हम बस मिलकर पूरा करेंगे। इसके बाद महफिल का दौर शुरु हुआ जिसमें हिन्दुस्तान के मशहूर शायर रजा सिरसवी, आसिफ बिजनौरी, शमीम हुमायूपुरी, बेताब हल्लौरी, नयाब बलियाबी, आमिर फैजाबादी, सागर शिकारपुरी, मेहदी मिर्जापुरी, हेलाल नकवी, फैजान अकबरपुरी, फकरी जाफरी बरेली, शहंशाह मिर्जापुरी, सलमान जेया रायपुर छत्तीसगढ़, मशहद जलालपुरी, खादिम शब्बीर नसीराबादी सहित कई शायरों ने पूरी रात अपने कलाम पेश कर बारगहे इमामत में पेश किया।
इस मौके पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम करने वालों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया जिसमें मौलाना सफदर हुसैन जैदी को मौलाना मकबूल अहमद एवार्ड से नवाजा गया। साथ ही मौलाना जुल्फेकार हैदर, मौलान सै0 मोहम्मद मोहसिन, मौ0 बाकर मेहदी, हाजी मोहम्मद हसन नसीम, बैंक मैनेजर ज्ञान कुमार, पत्रकार हसनैन कमर दीपू, कमर जौनपुरी, शहर कोतवाल सतेन्द्र नाथ तिवारी, आशीष साहू, कमेटी सिरातुम मुस्तकीम सिपाह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर अहमद अली प्यारे, खुर्शीद मेंहदी, सजिद हसन, माजिद हसन, मिर्जा लाडले हसन, तनवीर हसन, तौकीर हसन, महताब हैदर, मेंहदी अब्बास रुमी, मिर्जा अकलाख रमी, इ0 अमीर हैदर, जान मोहम्मद पीके, अलिहादी तकी मेहदी, मो0 हैदर, आजम जैदी, रिजवान हैदर राजा, सै0 बाकर हसन सहित अन्य लोग मौजूद रहे। संचालन शायर अरशी वास्तवी व शोहरत जौनपुरी व अब्बास आभार आयोजक हाजी सादिक मेहदी व शाहिद मेहदी ने प्रकट किया।
जौनपुर। मौलाना सैयद मकबूल अहमद मरहूम की याद में होने वाली आल इण्डिया पांच दिवसीय सालाना मजालिसे अजा ;100वां सालद्ध व महफिल का आयोजन बुधवार की रात मकबूल मंजिल बलुआघाट इमामबाड़े में तिलावते कलाम-ए-पाक से शुरु हुआ। नयाब बलियाबी का यह शेर ‘जो कत्ल करते हैं पढ़ कर अल्लाह-हो -अकबर के साथ ये तो गद्दारी है दीने मुस्तफा के साथ मार कर बच्चों को जुल्मों जौर से यह साबित किया कुछ मुसलमा आज भी हैं हुरमुला के साथ-साथ आतंकवाद पर करारा जवाब दिया।
शताब्दि वर्ष पूरा करने के उपलक्ष्य में आयोजित जलसे को खेताब करते हुये मौलाना सफदर हुसैन जैदी ने कहा कि मौलाना सै0 मकबूल अहमद मरहूम ने इंसानियत को बचाने के लिए व लोगों को शिक्षित करने के साथ समाज के लिए जो काम किया उसे हम सब कभी भुला नहीं सकते। आज हम सब को फक्र होना चाहिए कि उनके द्वारा कायम की गयी मजलिसों का 100वॉ दौरे में हम लोग शामिल हैं। अल्लाह उन्हें जन्नत में हमेशा आला मकाम दें। मौलाना एजाज हसनैन करारवी व बाकर मेंहदी ने कहा कि मकबूल अहमद साहब के सपनों को हम बस मिलकर पूरा करेंगे। इसके बाद महफिल का दौर शुरु हुआ जिसमें हिन्दुस्तान के मशहूर शायर रजा सिरसवी, आसिफ बिजनौरी, शमीम हुमायूपुरी, बेताब हल्लौरी, नयाब बलियाबी, आमिर फैजाबादी, सागर शिकारपुरी, मेहदी मिर्जापुरी, हेलाल नकवी, फैजान अकबरपुरी, फकरी जाफरी बरेली, शहंशाह मिर्जापुरी, सलमान जेया रायपुर छत्तीसगढ़, मशहद जलालपुरी, खादिम शब्बीर नसीराबादी सहित कई शायरों ने पूरी रात अपने कलाम पेश कर बारगहे इमामत में पेश किया।
इस मौके पर समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा काम करने वालों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया जिसमें मौलाना सफदर हुसैन जैदी को मौलाना मकबूल अहमद एवार्ड से नवाजा गया। साथ ही मौलाना जुल्फेकार हैदर, मौलान सै0 मोहम्मद मोहसिन, मौ0 बाकर मेहदी, हाजी मोहम्मद हसन नसीम, बैंक मैनेजर ज्ञान कुमार, पत्रकार हसनैन कमर दीपू, कमर जौनपुरी, शहर कोतवाल सतेन्द्र नाथ तिवारी, आशीष साहू, कमेटी सिरातुम मुस्तकीम सिपाह को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर अहमद अली प्यारे, खुर्शीद मेंहदी, सजिद हसन, माजिद हसन, मिर्जा लाडले हसन, तनवीर हसन, तौकीर हसन, महताब हैदर, मेंहदी अब्बास रुमी, मिर्जा अकलाख रमी, इ0 अमीर हैदर, जान मोहम्मद पीके, अलिहादी तकी मेहदी, मो0 हैदर, आजम जैदी, रिजवान हैदर राजा, सै0 बाकर हसन सहित अन्य लोग मौजूद रहे। संचालन शायर अरशी वास्तवी व शोहरत जौनपुरी व अब्बास आभार आयोजक हाजी सादिक मेहदी व शाहिद मेहदी ने प्रकट किया।