योग से स्थापित किया जा सकता है सुख-शांतिः राज बहादुर
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जौनपुर। देश, काल व परिस्थिति के अनुसार अपनी एक विशिष्ट पहचान बना चुकी भारत की प्राचीनतम विद्या योग एक ऐसी साधना पद्धति के साथ चिकित्सा पद्धति है जिसके क्रियात्मक व सैद्धांतिक पक्षों का नियमित व निरन्तर अभ्यासों से स्वस्थ राष्ट्र के निर्माण के साथ वैश्विक स्तर पर सुख और शांति को स्थापित किया जा सकता है। उक्त बातें पतंजलि योगपीठ हरिद्वार व आयुष मंत्रालय के संयुक्त तत्वावधान में शाहगंज में चल रहे योग शिक्षक प्रशिक्षण शिविर में बतौर मुख्य अतिथि जिला पंचायत अध्यक्ष राज बहादुर यादव ने कही। इस दौरान योग साधकों द्वारा यौगिक जागिंग, सूर्य नमस्कार के साथ साध्य व असाध्य बीमारियों के निवारण हेतु सरल व जटिल आसनों का अभ्यास करके भस्त्रिका, कपाल भाति, शीतली व अनुलोम-विलोम प्राणायामों को करते हुये ध्यान और योग निद्रा की अनुभूतिक लाभ लिया गया। इस अवसर पर प्रान्तीय सह प्रभारी अचल हरीमूर्ति, मनोज योगी, कृष्ण मुरारी आर्य, विरेन्द्र योगी, संजय श्रीवास्तव, ममता भट्ट, मदन मोहन भट्ट, अनिल अग्रवाल, राजेश योगी, अंकित योगी, रामकुमार सहित सैकड़ों साधक उपस्थित रहे।