पीटा गया नक्शा लेकर भागा काश्तकार
https://www.shirazehind.com/2016/06/blog-post_311.html
जौनपुर। कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार से एक अधिवक्ता के साथ मोआइना करने आये काश्तकार ने बिना परमिशन के मूल नक्शा अपने जेब में छिपा लिया और उसकी छाया प्रति कराने खिसक लिया। इस बात की जानकारी जब अभिलेखागार के कर्मचारियों को हुई तो वे दौड़ कर काफी दूर से काश्तकार को पकड़ कर लाये और उसकी जमकर दैहिक समीक्षा कर उपजिलाधिकारी को जानकारी दी गयी। पुलिस के साथ पहुंचे उपजिलाधिकारी ने काश्तकार तथा अधिवक्ता को थाने भेज दिया। जहां से काश्तकार का चालान कर दिया गया और उसे जेल जाना पड़ा। इस घटना का परिणाम यह रहा कि दर्जनों गांवों के बड़ी संख्या में चालान कर आये लोगों की भी जमानत नहीं दी गयी और सभी को जेल जाना पड़ा। ज्ञात हो कि कलेक्ट्रेट के अभिलेखागार में दर्जनों की संख्या में बाहरी लोग काम करते हैं और मोआइना कराने से लेकर अभिलेखों में हेराफेरी करने का ठेका लेते है। यदि कोई काश्तकार कर्मचारियों तथा आउटसाइडरों की जेब गर्म कर दे तो फाइलें और नक्शा की छाया प्रति कराने की इजाजत दे जाती है। कई आउटसाइडर तो अभिलेखों में हेरी फेरी करने, नाम चढ़ाने और काटने में मोटी कमाई कर रहे हैं इसी के कारण तमाम अभिलेख और मूल नक्शे गायब हो चुके है।