संवेदनशीलता की कमी के कारण बच्चे जुल्म, ज्यादती का शिकार हो रहें है
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जौनपुर। इण्टरनेशनल गुडविल सोसाइटी आफ इण्डिया के
उद्देश्यों एवं बाल अधिकार पर मुख्य अतिथि रेखा श्रीवास्तव चेयरमैन चाइल्ड
वेलफेयर कमेटी वाराणसी ने गंभीर चिन्ता जताई। आज बालकों के मामलों में
दुष्कर्म, पाक्सो एक्ट की घटना में वृद्धि का कारण सामाजिक विघटन को बताया।
आत्मनिर्भरता के लिये अनाथ, लावारिस 18 साल उम्र के ऊपर बालकों के लिये
सूक्ष्म लघु उद्योगों से जोड़ने हेतु भारत सरकार को एक प्रस्ताव भी दिया। वह
कैसे मॉ-बाप है कि बालकों को लावारिस छोड़कर सड़कों पर चले जाते हैं। यह
बेहद सामाजिक संवेदनशीलता की कमी के कारण बच्चे जुल्म, ज्यादती का शिकार हो
रहें है । किशोर न्याय अधिनियम में संशोधन 16-18 वर्ष के बदलाव से बालकों
की घटनाओं में कमी नहीं आयी। बल्कि उन्ही कानूनों से सख्ती से क्रियान्वयन
की जरूरत है। हम जौनपुर जनपद में भी बाल अधिकारों को लेकर जागरूकता अभियान
चलोगें। कार्यक्रम की अध्यक्षता संजय उपाध्याय, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति
ने करते हुये कहा कि जौनपुर में बालकों के सुरक्षा एवं संरक्षण हेतु किशोर
न्याय अधिनियम पर सख्ती से कार्यवाही हुई है। जौनपुर बालकों के मामले में
सुरक्षित जगह है। कार्यक्रम में मुक्ष्य रूप से डा0 राघवेन्द्र सिंह, ई0
बी0एन0श्रीवास्तव, कुमुदिनी श्रीवास्तव, सी0बी0सिंह, मुरलीधर गिरि, चन्दन
राय, जयप्रकाश मिश्र, राकेश अस्थाना, गिरिश चन्द्र मौर्य, विजय कुमार
अस्थाना, केदार नाथ प्रजापति, अमरेश कुमार आदि लोग गोष्ठी में उपस्थित थे।
यह
गोष्ठी इण्टरनेशन गुडविल सोसाइटी आफ इण्डिया के संत्वाधान में आयोजित थी।
उक्त जानकारी संजय उपाध्याय, अध्यक्ष, बाल कल्याण समिति ने दी है।