गूलर घाट मठ मंदिर के पास फैला मछुआरों का आतंक
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जौनपुर। नगर के गूलर घाट पर स्थित ऐतिहासिक मठ मंदिर के सामने नदी के किनारे मछली पकड़ने का मामला तूल पकड़ रहा है। स्थिति देखकर इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि भविष्य में कभी भी स्थिति विस्फोटक हो सकती है। मालूम हो कि उक्त मंदिर के पास से बहने वाली गोमती नदी के किनारे प्रत्येक दिन सैकड़ों लोग मछली को चारा खिलाते हैं। इस काम का दिनचर्या होने से मंदिर के पास नदी में काफी संख्या में मछलियों का जमावड़ा भी होता है। इसको देखकर आस-पास के लोग मंदिर के पास जाल, कटिया आदि डालकर मछली पकड़ते हैं जिसको लेकर मंदिर आने एवं चारा खिलाने वाले लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। इस बाबत गूलर घाट मठ मंदिर के पुजारी (धर्माचार्य) रामप्रीति मिश्र ‘फलाहारी महाराज’ का कहना है कि वर्ष 2001 में तत्कालीन जिलाधिकारी राजन शुक्ल ने नगर मजिस्ट्रेट को आदेशित किया था जिस पर तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक कोतवाली ने मठ मंदिर के 50 मीटर की दूरी तक मछली पकड़ने वालों को प्रतिबंधित किया था। फिलहाल प्रशासनिक आदेश के बावजूद भी मंदिर के आस-पास के मछुआरे आदि मछली पकड़ने का काम करते हैं जिससे वहां मछली को चारा खिलाने वालों में आक्रोश व्याप्त हो गया है जो कभी भी विस्फोटक हो सकता है।