खुले में शौच मुक्त अभियान की हो रही खुलेआम अनदेखी
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जौनपुर। जहां एक तरफ सरकार खुले में शौच पर प्रतिबन्ध लगाने के लिये अभियान चला रही है, वहीं दूसरी तरफ हर परिवार को शौचालय उपलब्ध कराने के लिये प्रयासरत भी है। जिलाधिकारी सहित अन्य विभागीय अधिकारियों व सामाजिक संगठनों द्वारा सरकार की पहल पर क्रान्ति स्तर पर खुले में शौच मुक्त अभियान चलाया जा रहा है लेकिन ग्रामीणों की समस्या के आगे उनके सारे प्रयास फेल नजर आ रहे हैं। विकास खण्ड मुफ्तीगंज के कई गांवों के दो तिहाई लोग आज भी शौच के लिये बाहर खेत में जा रहे हैं। नाम न उजागर करने की शर्त पर कुछ लोगों ने बताया कि सुविधा सम्पन्न कुछ लोग शौचालय बस इसलिये बनवाये हैं क्योंकि बढ़ती आबादी के कारण ग्रामीणांचल में शौच हेतु जगह ही नहीं बचे हैं लेकिन जिनके पास शौचालय निर्माण कराने का सामर्थ्य नहीं है, वे लाज की परवाह किये बिना खुले में शौच कर रहे हैं। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि खुले में शौच से होने वाली स्वास्थ्य सम्बन्धित समस्याओं से उन्हें कुछ लेना-देना नहीं है। ग्रामसभा घुरहूपुर, भोगी पट्टी, गद्दीपुर, उदियासन आदि गांवों के आधे से अधिक परिवारों के पास अभी भी शौचालय उपलब्ध नहीं हो पाया है। ऐसे में खुले में शौच मुक्त अभियान कहां तक सफल होगा, यह सोचनीय है।