पहले सेवाभाव के लिये खोली जाती थीं धर्मशालाएंः डा. जैन
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जौनपुर। पूर्वांचल विश्वविद्यालय के संकाय भवन के सेमिनार में आयोजित राष्ट्रीय सेवायोजना के प्रशिक्षण शिविर के 5वें दिन प्रथम सत्र में डा. सीएम जैन ने कहा कि पहले धर्मशालाएं खोली जाती थीं सेवाभाव के लिये परन्तु आज लाज व होटल केवल बजट के लिये खोले जाते हैं। द्वितीय सत्र में आगरा विश्वविद्यालय के असिस्टेंट कोआर्डिनेटर डा. प्रभाकर सिंह ने ऊर्जा, जल व पर्यावरण विषय पर प्रशिक्षण दिया। तृतीय सत्र में प्रबन्ध संकाय के प्रो. एचसी पुरोहित ने कहा कि मुखर होना व्यक्तित्व का सकारात्मक पक्ष है। कार्यक्रम समन्वयक डा. हसीन खान ने कहा कि शाश्वत व नैतिक मूल्यों को संजोने की जरूरत है। कार्यक्रम का संचालन डा. वेद प्रकाश चौबे ने किया। इस अवसर पर डा. विकास सिंह, डा. शमीम, डा. मधुलिका सिंह, डा. अवधेश कुमार, डा. अजय विक्रम, डा. राकेश कुमार, डा. अनुज पटेल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।