किसी भी विस क्षेत्र में चुनाव की धुरी है वैश्य समाजः सुभाष
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जौनपुर। अन्तर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मेलन के प्रदेश महामंत्री सुभाष चन्द्र अग्रहरि ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि संख्या बल ही लोकतंत्र में सरकार की नीतियों एवं कार्यों को तय करता है। इसी को ध्यान में रखते हुये महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व सांसद रामदास अग्रवाल ने उत्तर प्रदेश में एक सर्वे एजेंसी द्वारा यहां रहने वाले विभिन्न उपवर्गों में बंटे वैश्यों की जनगणमना एवं 403 विस क्षेत्रों का सर्वे कराया। सर्वे के अनुसार 162 विस क्षेत्रों में 1 से डेढ़ लाख वैश्य मतदाता विभिन्न उपवर्गों में बंटा हुआ है। 88 विस क्षेत्रों में 50 से 75 हजार मतदाता किसी भी प्रत्याशी की जीत-हार का कारण बन सकता है। 203 विस क्षेत्र ऐसे हैं जहां 15 से 25 हजार मतदाता हैं। श्री अग्रहरि ने बताया कि सर्वे के अनुसार जौनपुर के सदर विस क्षेत्र में 1.5 लाख मतदाता हैं जो स्वयं जीत सकता है। इसके अलावा जनपद के शेष 8 विस क्षेत्र में वैश्य समाज किसी भी प्रत्याशी को जीता एवं हरा सकते हैं।