ग्रिड प्रणाली से लिए गए 24 नमूने
https://www.shirazehind.com/2016/05/24.html
काशी विद्यापीठ ब्लाक ( वाराणसी ) अपनी मृदा पहचानों अभियान के तहत मंगलवार को क्षेत्र के फरीद पुर गाँव मे ग्रिड पद्धति के तहत 24 किसानों के खेतों से मृदा नमूना लेकर जांच के लिए मृदा परीक्षण प्रयोगशाला भेजा गया। जहा से प्राप्त मृदा स्वास्थ्य कार्ड किसानों को उपलब्ध कराया जायेगा। जिसके आधार पर ही संतुलित मात्रा मे उर्वरकों के प्रयोग के लिए प्ररित किया जायेगा। ग्रिड वाले किसानों को कृषि तकनीकी सहायक रमेश चंद्र यादव ने बताया कि मृदा उर्वरता का प्रबन्धन इस प्रकार किया जाय कि पौधों की आवश्यकता वाले सभी पोषक तत्व सन्तुलित मात्रा मे उपलब्ध होते रहे हमे सम्बन्धित फसल से आपेक्षित उपज भी मिले और मृदा उर्वरता भी कायम रहे। इसके लिए कार्बनिक एवं अकार्बनिक दोनों स्रोतों से सन्तुलित मात्रा मे पोषक तत्व पौधों को उपलब्ध कराना जरूरी है। जांच के बाद संस्तुति के आधार पर ही उर्वरकों का प्रयोग कर कम लागत मे वेहतर उत्पादन प्राप्त कर स्वच्छ पर्यावरण मे कृषि का सतत् विकास कर सकते है। इस मौके पर प्रधान रविनंदन ( रवि ) , लक्ष्मी नारायण सिंह , दिलीप सिंह , राम प्यारे पटेल , शिव नारायण आदि किसान मौजूद रहे।`