ढा़ई महीने से गायब छात्रा का जमदहां गांव के खेत में मिला कंकाल, प्रेमी ने ही गला दबाकर का थी हत्या
https://www.shirazehind.com/2016/04/blog-post_819.html
खेतासराय (जौनपुर)।शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद गांव से गायब हाई स्कूल
की छात्रा का कंकाल बुधवार को खेतासराय के जमदहां गांव के एक खेत में
मिलने पर सनसनी फैल गयी।पुलिस की गिरफ्त में आये गायब छात्रा के प्रेमी की
निशानदेही पर कंकाल की पुष्टि हुई।मौके पर शाहगंज पुलिस के अलावा
फोरेन्सिक जांच की टीम मौजूद रही।मौके से मिले छात्रा के मुंड कंकाल, बाल,
कुछ हड्डी व कपड़े के टुकड़े इकट्ठा कर पुलिस ने फोरेन्सिक जांच के लिये भेज
दिया।
शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद गांव निवासी रामनेत प्रजापति ने ढाई महीना पहले दस फरवरी को कोतवाली में तहरीर दिया था कि उसकी पुत्री सुषमा (15) नौ फरवरी से गायब है।गांव के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सुषमा हाई स्कूल की छात्रा थी।नौ फरवरी को स्कूल जाने के बाद वह वापस घर नहीं पहुंची।सगे संबंधी व रिस्तेदारों के यहां तलाश करने के बाद सुषमा का सुराग न मिलने पर पिता ने दूसरे दिन पुलिस की मदद ली।पुलिस ने गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही थी।
इस दौरान शाहगंज पुलिस को अपने सूत्रों के जरिये सुषमा के प्रेमी द्वारा उसकी हत्या करने की जानकारी मिली।पुलिस ने हत्यारोपित प्रेमी विनय कुमार बिन्द पुत्र राम स्वारथ बिन्द को उसके निवास सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के लपरी गांव से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस की गिरफ्त में आते ही हत्यारोपित विनय कुमार ने अपनी प्रेमिका सुषमा की हत्या करने की बात स्वीकार करते हुये पुलिस को पूरी कहानी बता दिया।
विनय कुमार की निशानदेही पर शाहगंज पुलिस फोरेंसिक जांच टीम मनोज कुमार यादव, अजीत कुमार और दूधनाथ के साथ जमदहां गांव घटना स्थल पर पहुंची।जहां आबादी से एक किलोमीटर दूर जकाउल्ला के खेत में सुषमा का मुंड कंकाल, जगह जगह पड़े सिर के बाल, हड्डियों के टुकड़े और कपड़े के टुकड़े मिले।कपड़े के टुकड़े से ही पिता रामनेत ने अपनी पुत्री सुषमा का कंकाल होने की पुष्टी की।पुलिस को देख मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी।
आरोपित विनय ने मीडिया को बताया कि उसकी सुषमा से पहचान उस समय हुई जब दो वर्ष पूर्व वह अपनी बड़ी बहन के घर लपरी गांव आयी थी।वहीं से प्रेम का सिलसिला शुरू होकर बात शादी तक पहुंच गयी थी।लेकिन सुषमा के पिता हम दोनों की शादी के लिये तैयार नहीं थे।शादी न होने से सुषमा बार बार जहर खाकर मरने की बात कर रही थी।नौ फरवरी को हम दोनों भाग लिये।दो दिन इधर उधर रहने के बाद ग्यारह फरवरी को दोनों बस से जमदहां गांव उतरे।सायं होने पर जमथहां गांव के दक्षिण आबादी से दूर एक सरसों के खेत में पहुंचे।जहां सुषमा के कहने पर उसका गला दबाकर हत्या कर दिया।जबकि पिता ने सुषमा को कभी भी अपनी बहन के घर लपरी गांव जाने की बात से इनकार किया है।हैरत इस बात की है कि खेत से सरसों भी कट कर चला गया।आस पास के खेतों मे गेहूं की सिंचाई हुई और फसल तैयार होने के बाद कटाई हुई।कटाई के दौरान खेत में कंकाल भी दिखाई दिये होंगे।लेकिन किसी ने पुलिस तक नहीं बताया।
शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के सबरहद गांव निवासी रामनेत प्रजापति ने ढाई महीना पहले दस फरवरी को कोतवाली में तहरीर दिया था कि उसकी पुत्री सुषमा (15) नौ फरवरी से गायब है।गांव के उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में सुषमा हाई स्कूल की छात्रा थी।नौ फरवरी को स्कूल जाने के बाद वह वापस घर नहीं पहुंची।सगे संबंधी व रिस्तेदारों के यहां तलाश करने के बाद सुषमा का सुराग न मिलने पर पिता ने दूसरे दिन पुलिस की मदद ली।पुलिस ने गुमशुदी की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की छानबीन कर रही थी।
इस दौरान शाहगंज पुलिस को अपने सूत्रों के जरिये सुषमा के प्रेमी द्वारा उसकी हत्या करने की जानकारी मिली।पुलिस ने हत्यारोपित प्रेमी विनय कुमार बिन्द पुत्र राम स्वारथ बिन्द को उसके निवास सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के लपरी गांव से गिरफ्तार कर लिया।पुलिस की गिरफ्त में आते ही हत्यारोपित विनय कुमार ने अपनी प्रेमिका सुषमा की हत्या करने की बात स्वीकार करते हुये पुलिस को पूरी कहानी बता दिया।
विनय कुमार की निशानदेही पर शाहगंज पुलिस फोरेंसिक जांच टीम मनोज कुमार यादव, अजीत कुमार और दूधनाथ के साथ जमदहां गांव घटना स्थल पर पहुंची।जहां आबादी से एक किलोमीटर दूर जकाउल्ला के खेत में सुषमा का मुंड कंकाल, जगह जगह पड़े सिर के बाल, हड्डियों के टुकड़े और कपड़े के टुकड़े मिले।कपड़े के टुकड़े से ही पिता रामनेत ने अपनी पुत्री सुषमा का कंकाल होने की पुष्टी की।पुलिस को देख मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गयी।
आरोपित विनय ने मीडिया को बताया कि उसकी सुषमा से पहचान उस समय हुई जब दो वर्ष पूर्व वह अपनी बड़ी बहन के घर लपरी गांव आयी थी।वहीं से प्रेम का सिलसिला शुरू होकर बात शादी तक पहुंच गयी थी।लेकिन सुषमा के पिता हम दोनों की शादी के लिये तैयार नहीं थे।शादी न होने से सुषमा बार बार जहर खाकर मरने की बात कर रही थी।नौ फरवरी को हम दोनों भाग लिये।दो दिन इधर उधर रहने के बाद ग्यारह फरवरी को दोनों बस से जमदहां गांव उतरे।सायं होने पर जमथहां गांव के दक्षिण आबादी से दूर एक सरसों के खेत में पहुंचे।जहां सुषमा के कहने पर उसका गला दबाकर हत्या कर दिया।जबकि पिता ने सुषमा को कभी भी अपनी बहन के घर लपरी गांव जाने की बात से इनकार किया है।हैरत इस बात की है कि खेत से सरसों भी कट कर चला गया।आस पास के खेतों मे गेहूं की सिंचाई हुई और फसल तैयार होने के बाद कटाई हुई।कटाई के दौरान खेत में कंकाल भी दिखाई दिये होंगे।लेकिन किसी ने पुलिस तक नहीं बताया।