ये खासियत है हैदराबाद में स्थित राष्ट्रपति भवन का
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अजय शुक्ला
तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर के बोलाराम इलाके में स्थित राष्ट्रपति निलयम को करीब से देखने का मौका आज मिला। दक्षिण भारत के दौरे के समय हर साल 15 दिनों के लिए देश के राष्ट्रपति यहां रहते हैं।बीते दिसंबर माह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी यहां रूके थे।नब्बें एकड के विशाल भू - भाग पर बने इस भवन में दो गार्डेन बहुत सुंदर ही नहीं काफी महत्वपूर्ण हैं।एक का नाम "नक्षत्र वाटिका" हैं तो दूसरे का नाम "औषधि वन " है।इन दोनों में सभी नक्षत्रों व राशियों के सूचक पेड-पौधो का अदभुत संकलन है।कई तो बीमारी भगाने वाले पौधे है।निजामकालीन बने भवन में राष्ट्रपति के विजिटर रूम, निजी सिनेमा हाल , अध्ययन कक्ष , विश्राम कक्ष, कार्यालय आदि को करीब से देखने का मौका मिला। दक्षिण भारत के अधिकांश लोग इस भवन से परिचित हैं।मैंने सोचा कि अपने उतरभारतियों दोस्तों के साथ यह अनुभव शेयर करूं।
तेलंगाना राज्य के हैदराबाद शहर के बोलाराम इलाके में स्थित राष्ट्रपति निलयम को करीब से देखने का मौका आज मिला। दक्षिण भारत के दौरे के समय हर साल 15 दिनों के लिए देश के राष्ट्रपति यहां रहते हैं।बीते दिसंबर माह में राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी यहां रूके थे।नब्बें एकड के विशाल भू - भाग पर बने इस भवन में दो गार्डेन बहुत सुंदर ही नहीं काफी महत्वपूर्ण हैं।एक का नाम "नक्षत्र वाटिका" हैं तो दूसरे का नाम "औषधि वन " है।इन दोनों में सभी नक्षत्रों व राशियों के सूचक पेड-पौधो का अदभुत संकलन है।कई तो बीमारी भगाने वाले पौधे है।निजामकालीन बने भवन में राष्ट्रपति के विजिटर रूम, निजी सिनेमा हाल , अध्ययन कक्ष , विश्राम कक्ष, कार्यालय आदि को करीब से देखने का मौका मिला। दक्षिण भारत के अधिकांश लोग इस भवन से परिचित हैं।मैंने सोचा कि अपने उतरभारतियों दोस्तों के साथ यह अनुभव शेयर करूं।