शिया धर्म गुरू को फासी दिये जाने के विरोध में नकाबपोश महिलाओ ने निकाला कैडिल मार्च
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जौनपुर । सऊदी अरब के मशहूर शिया
धर्म गुरु शेख बाकर अल निम्र समेत उनके भाई व भतीजे को सऊदी अरब ने बेगुनाह
फासी की सजा देकर शहीद कर दिया। इसके विरोध में आज नकाब पोश महिलाओ ने
जामिया बिन्तुल हुदा और दारुल कुरआन निस्वा द्वारा इमामबरगाह में एह्तिजाज़ी
जलसा आयोजित किया गया जिसके बाद सैकड़ो नकाबपोश महिलाओ ने इमामबरगाह में ही
इमाम चौक तक कैंडल मार्च कर अपना ज़बरदस्त विरोध दर्ज कराया । इस मौके पर
मोहतरमा निकहत रिज़वी ने कहा की आयतुल्लाह निम्र सऊदी अरब की एक जानी-मानी
हस्ती थे। जो काफी वर्षो से सऊदी अरब में मनावाधिकारों के हनन के खिलाफ
आवाज उठा रहे थे। सऊदी अरब के इस शर्मनाक कार्य के चलते आज दुनिया भर में
शेख निम्र की हिमायत में एहतेजाजी जलसा किया गया। उन्होंने कहा की संयुक्त
राष्ट्र को सऊदी अर्ब पर जल्द ही पाबन्दी लगाना चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी
घटनाओ की पुनरावृत्ति न हो । जलसे को संबोधित करते हुए मोहतरमा रक्शनदा
मुंसिफ ने कहा की सऊदी तानाशाह ने मजलूम धर्मगुरु को शहीद करके अपनी
इंतेहाई दरिंदगी का परिचय दिया है। जिनका जवाब उन्हे एक दिन देना होगा। शेख
निम्र को गिरफ्तार हुये तीन साल से अधिक समय हो रहा है और उन्हे सजाये मौत
देना खुला अन्याय है। उन्होने कहा कि सऊदी हुकूमत यह न समझे कि शेख निम्र
को फांसी देकर हक की आवाज को दबा देगी। शेख निम्र की शहादत सऊदी जालिम
हुकूमत की ताबूत की आखिरी कील साबित होगी। मोहतरमा ज़ाकिरा हुसैनी ने कहा
पूरी दुनिया में आतंकवाद फैलाने के लिये डालर मद्द देने वाला यही सऊदी अरब
है और अमेरिका व इसराईल हैं। सऊदी हुकूमत का इस्लाम से कोई लेना देना नही
है।
वह केवल इस्लाम के नाम का नकाब पहने हुये हैं।
अगर यह मुसलमान होते तो फिलिस्तीन, यमन, बहरैन, ईराक व सीरिया में हो रहे
जुल्म के खिलाफ भी बोलते। उसके उलट ये आईएस-आईएस जैसे आतंकी संगठनो का साथ
देता है। इस मौके पर मोहतरमा शहनाज़ , साफिया बेगम , नसरीन फातिमा , शबाना ,
अफरीन ज़हरा , सबा जैदी , इम्तियाज़ फातिमा , मोजिज़ फातिमा सहित भारी संख्या
में महिलाये मौजूद रही ।