मनुष्य में सेवक भाव आ जाय तो सभी दुःख समाप्त हो जायेगा : योगी देवनाथ
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जौनपुर। सिपाह स्थित मीनाक्षी उपवन परिसर में चल रहे श्रीमद् भागवत
कथा के नौवें दिन शाम जनसंत योगी देवनाथ ने कहा कि दुःख का सबसे बड़ा
कारण मनुष्य का मालिक भाव होना है। यदि मनुष्य में सेवक भाव आ जाय तो सभी
दुःख समाप्त हो जायेगा। परमात्मा के सृष्टि रचना के भीतर मनुष्य अपना घर
बनाकर मालिक बनता है। वह सोचता है कि यह मेरा घर है ,यह परिवार मेरा है इन
सब पर मेरा हुकुम चलता है जबकि मनुष्य का बस अपने शरीर पर नही चलता है
क्योकि जब भूख लगती है तो उसे मिटाने के लिए भोजन करना ही पड़ता है। मनुष्य
को मालिक बनने के बजाय ईश्वर का सेवक बनकर श्रद्धा एवं सरल भाव से ईश्वर को
प्राप्त कर सकता है। उन्होंने बताया कि एक बालक अपना घर छोड़कर जा रहा था
तालाब में महिलाएं निर्वस्त्र नहा रही थी पीछे से बालक के पिता के आने पर
महिलाए तुरन्त वस्त्र पहनकर छिप गयी। गुरू ने बताया कि बालक ब्रम्ह स्वरूप
है आप स्त्री और पुरूष के भेद को जानते हैं इस नाते आप में और बालक में
अन्तर महिलाओं को होने के कारण ही वस्त्र पहनकर छिप गयीं। गुरूजी ने तीन
अंधों के जरिये बताया कि एक अंधे ने हाथी की पूंछ छुआ तो उसने बताया कि
हाथी रस्सी जैसी है। दूसरे ने कान छुआ तो बताया सूप सा है ,जिसने हाथी का
पैर छुआ उसने लट्ठे जैसा बताया। ईश्वर प्रकाश है उसके यहां तो अंधेरा होता
ही नही है यदि उसके स्वरूप को सरल हृदय भाव और दया को ग्रहण कर देखेगे तो
उसका सूक्ष्म स्वरूप दिखाई दे सकता है क्योकि वह निर्विकार है। शराब पीने
वाला जिस प्रकार अपने लिए कहीं भी जाता है तो शराबढूढ़ ही लेता है उसी
प्रकार यदि प्रभू की भक्ति का नशा छा जाय तो वह उसको ढूंढ़ ही लेगा क्योकि
ईश्वर तो अपके भीतर ही विद्यमान है। पं0 रजनीकान्त द्विवेदी द्वारा
सर्वप्रथम योगी देवनाथ द्वारा गणेश व श्रीमद् भागवत की विधिवत पूजा करायी।
दर्जनों भक्तों ने योगी देवनाथ का माल्यार्पण कर आशीर्वाद प्राप्त किया।
प्रदीप, अनमोल, ज्ञान, पंकज यादव, प्रीती देवनाथ ने भजन गाकर मंत्रमुग्ध कर
दिया। पं0 रजनीकान्त द्विवेदी के नेतृत्व में सुबह शाम पूजा अर्चन मुख्य
यजमान राकेश कुमार श्रीवास्तव धर्मपत्नी किरन श्रीवास्तव द्वारा सम्पन्न हो
रहा है। इस अवसर पर श्याम मोहन अग्रवाल, ओम श्रीवास्तव, गीतांजलि के
अध्यक्ष गौतम सोनी, पं0 राजाराम त्रिपाठी, अपर्णा देवनाथ, रवि , जवाहरलाल
मौर्य, नन्द गोपाल, अशोक गुप्ता, पद्मा गुप्ता, डा0 अरूण त्रिपाठी,डा0
सुरेन्द्रनाथ श्रीवास्तव, प्रेम गाढ़ा, डा0 अजय सिंह, विजय प्रताप सिंह सहित
सैकड़ों महिला पुरूष भक्तगण उपस्थित रहे। उक्त जानकारी श्रीनाथ योग प्रचार
समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश कुमार श्रीवास्तव ने दी है।