उन्नतिशील खेती करके किसान होने पर गर्व महसूस कर रहे है : D.M
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जौनपुर। जिलाधिकारी
भानुचन्द्र गोस्वामी ने कहा कि किसान अन्नदाता है आपके बदौलत ही पूरा देश
अन्न पाता है। हमें इस बात का गर्व है कि किसान अपने को उन्नतिशील खेती
करके आज किसान होने पर गर्व महसूस कर रहे है। जिन लोगों ने नये तकनीकि का
प्रयोग कर आज सम्मानित हुए है अन्य किसान भाई भी आगे चलकर आधुनिक खेती करके
पुरस्कार प्राप्त कर सकते है। डीएम ने उक्त बाते स्व0 चौधरी चरण
सिंह कें जन्मदिवस समारोह एवं किसान सम्मान समारोह के मौके पर कहा।
जिलाधिकारी ने किसानो को सम्बोधित करते हुए कहा कि विभिन्न योजनाओं का लाभ ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
कराने वाले किसानों के खाते में सीधे भेजा जा रहा है। आपसबकी जागरूकता से
ही शासन द्वारा विभिन्न काल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर आर्थिक रूप
से मजबूत हो रहे है। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार मनुष्य की बीमारी से
पूर्व चिकित्सक विभिन्न प्रकार की जॉच करवाकर सही इलाज करता है उसी प्रकार
किसान भाई मृदा की जॉच कराकर एक ही फसल एक खेत में न बोकर बदल-बदल कर बोकर
लाभ कमायें। कृषि वैज्ञानिक द्वारा दलहन की फसलों को मेड़ पर लगाने के
प्रयोग को अपनाने का निर्देश दिया। किसान उन्नतिशील बीज, आधुनिक तकनीकि,
जैविक खाद के प्रयोग से अधिक से अधिक लाभ लेने का सुझाव दिया। जिलाधिकारी
ने बताया कि खेत के ऊपरी सतह पर उपजाऊं भाग होता है किसानों को सुझाव दिया
कि अपने खेतों में आग लगाकर उर्वरा शक्ति को नष्ट न करें। हर साल नई
प्रजाति के शोधित बीज का ही प्रयोग करें। खेती के साथ ही पशुपालन करके
किसान लाभ कमायें। 500 किसानों ने पशुपालन के लिए बैंक से ऋण लेकर कार्य
प्रारम्भ किया जिससे किस्त देने के बाद भी 1500 से 5500 रूपये तक पशुपालकों
को लाभ हो रहा है। जिलाधिकारी द्वारा किसानों के लाभकारी योजनाओं के बारे
में विस्तार से जानकारी देने पर किसानों ने खुशी व्यक्त किया है। इस अवसर
पर कृषि विभाग द्वारा 8, उद्यान विभाग द्वारा 8, पशुपालन विभाग द्वारा 8,
दुग्ध उत्पादक पुरस्कार 4 कुल 28 किसानो को जिलाधिकारी द्वारा अंगवस्त्रम
एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। साथ ही तीनों विभाग द्वारा
प्रथम को सात हजार रूपये तथा द्वितीय को पाच हजार रूपये का पुरस्कार उसके
खाते में भेजा जायेगा। विभिन्न विभागों द्वारा लगाये गये स्टालों की सराहना
जिलाधिकरी ने किया तथा सफल कार्यक्रम के लिए उपनिदेशक कृषि अशोक उपाध्याय
सहित सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को बधाई दिया।
स्व0 चौधरी चरण
सिंह कें जन्मदिवस समारोह एवं किसान सम्मान का आयोजन कृषि भवन परिसर में
आयोजित किया गया। जिलाधिकारी ने किसान मेले में लगाये गये विभिन्न विभागों
द्वारा स्टालों का निरीक्षण किया तथा संबंधित अधिकारियों/ किसानों को सफल
प्रदर्शन के लिए बधाई भी दिया। मा0 स्व0 चौधरी चरण सिंह के जन्मदिवस पर
जिलाधिकारी द्वारा समारोह में उनके चित्र पर माल्यापर्ण कर तथा दीप
प्रज्जवलित कर कार्याक्रम का शुभारभ किया।उप कृषि निदेशक अशोक उपाध्याय ने
अतिथियों को बूके दे कर स्वागत किया एवं आये हुए किसानों का भी स्वागत
किया। उन्होंने बताया कि दस वर्ष के गेहूं के बीज पर अनुदान के बाद 10 रू0
किलो की दर से डीवीटी के माध्यम से किसानों के खाते में भेजा जा रहा है।
उन्होंने किसानों से अपील किया कि जिन किसानों ने अपना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
नही कराया है वे 30 दिसम्बर 2015 तक हरहालत में करा लें। बिना रजिस्ट्रेशन
के किसान को कोई अनुदान नही मिल सकता। खेती में आ रही विभिन्न समस्याओं के
बारे में कृषि वैज्ञानिकों डा0 अमिताभ कर, डा0 सन्दीप कन्नौजिया,डा0
नरेन्द्र रघुवंशी, डा0 अनिल यादव ने फसल सुरक्षा, दीमक, घडरोज, सहद, जैवीक
खेती कम्पोस्ट खाद, हरी खाद, बर्मी खाद आदि के बारे में विस्तार से जानकारी
दिये। किसानों ने अपनी-अपनी समस्याएं बतायी जिसपर जिलाधिकारी ने संबंधित
अधिकारियों को त्वरित निदान के लिए उप निदेशक कृषि को आज ही मेरे समक्ष
प्रस्तुत करें। सम्मानित कृषक मोहन पटेल ने जैविक खाद के बनाने एवं उसका
लाभ स्वयं लेकर आज द्वितीय पुरस्कार प्राप्त करने पर गौरव महसूस किया। इसी
प्रकार अन्य किसानों को भी इसका प्रयोग करने को कहा। इस अवसर पर परियोजना
प्रबन्धक ऊसर भूमि सुधार निगम एस0एन0शुक्ला, एए0आर0 कोआपरेटिव वी0के0सिंह,
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 धीरेन्द्र सिंह, अधि0 अभि0 नलकूप चन्द्रशेखर
सिंह आजाद, अधि0अभि0 लघु सिचाई विजय कुमार यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी
प्रथम ओमकार सिंह आदि ने अपने विभागीय योजनाओं के बारे में विस्तार से
किसानों को जानकारी दिया। जिला विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र ने विकास
योजनाओं की जानकारी के साथ ही ऊबड़-खाबड़ जमीन को मनरेगा के तहत जिलाधिकारी
के निर्देश पर लगभग जिले में 600 हेक्टेअर में समतलीकरण का कार्य किया
जायेगा। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिले में लगभग 250 नहरों के 500 कि0मीटर
की सफाई का कार्य भी मनरेगा द्वारा कराया गया है।
इस
अवसर पर सौर ऊर्जा, लघु सिचाई, भूमि संरक्षण, उद्यान, इफको, यू0पी0स्टेट,
यू0पी0एग्रो0, कृषि विज्ञान केन्द्र, रेशम, गन्ना, मत्स्य, डेयरी, कृषि
रक्षा आदि द्वारा पाण्डाल लगाये गये थे। कार्यक्रम का सफल संचालन कृषि
तकनीकि अधिकारी डा0 रमेशचन्द यादव ने किया।