पहली बार हुये सम्मेलन से जनपद हुआ गौरवान्वितः जगदीश
https://www.shirazehind.com/2015/12/blog-post_901.html?m=0
38वां दन्त चिकित्सक प्रादेशिक वार्षिक सम्मेलन आयोजित
जौनपुर। नगर के एक होटल में इण्डियन डेंटल एसोसिएशन की जनपद शाखा के तत्वावधान में 38वां दंत चिकित्सक प्रादेशिक वार्षिक सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्यमंत्री जगदीश सोनकर ने दीप प्रज्जवलित करके किया। तत्पश्चात् उन्होंने कहा कि जनपद में इस तरह का कार्यक्रम पहली बार हो रहा है जो गौरव की बात है। इसके बाद मुख्य अतिथि जगदीश सोनकर को डा. रजनीश, डा. आशुतोष, डा. सौरभ, डा. संजीव, डा. विपिन सिंह, डा. अंजली सिंह, डा. संजय वर्मा ने माल्यार्पण करके स्वागत किया। तत्पश्चात् मुख्य एवं विशिष्ट अतिथि को आईडीए के अध्यक्ष डा. प्रमोद एवं सचिव डा. राजेश मौर्या ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद डा. विवेक गोविला ने ‘इम्पलान्ट’ पर प्रकाश डाला तो बीएचयू के डा. टी.पी. चतुर्वेदी ने आर्थोडान्टिक इलाज पर चर्चा किया। बीएचयू के डा. विपुल शर्मा ने बताया कि जिनके टेढ़े-मेढ़े दांत सही नहीं होते, उनका सर्जरी द्वारा ठीक हो जाता है। मेरठ से आये डा. पद्मनाथ झा ने बताया कि जिनके दांत में कीड़े लग जाते हैं, उनका आरसीटी द्वारा ठीक हो जाता है। इस अवसर पर डा. अतुल गुप्ता, डा. विपिन सिंह, डा. उज्जवला, डा. मान्सी, डा. अंजली, डा. तुलिका मौर्या, डा. संजय वर्मा, डा. संजीव पाण्डेय सहित प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोरखपुर, बरेली, लखनऊ, फैजाबाद, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ के दंत चिकित्सक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा. संजीव वर्मा व डा. मानसी उपाध्याय ने संयुक्त रूप से किया। आगन्तुकों को स्वागत डा. रजनीश द्विवेदी एवं आभार डा. प्रमोद ने जताया।
जौनपुर। नगर के एक होटल में इण्डियन डेंटल एसोसिएशन की जनपद शाखा के तत्वावधान में 38वां दंत चिकित्सक प्रादेशिक वार्षिक सम्मेलन का आयोजन हुआ जिसका उद्घाटन मुख्य अतिथि राज्यमंत्री जगदीश सोनकर ने दीप प्रज्जवलित करके किया। तत्पश्चात् उन्होंने कहा कि जनपद में इस तरह का कार्यक्रम पहली बार हो रहा है जो गौरव की बात है। इसके बाद मुख्य अतिथि जगदीश सोनकर को डा. रजनीश, डा. आशुतोष, डा. सौरभ, डा. संजीव, डा. विपिन सिंह, डा. अंजली सिंह, डा. संजय वर्मा ने माल्यार्पण करके स्वागत किया। तत्पश्चात् मुख्य एवं विशिष्ट अतिथि को आईडीए के अध्यक्ष डा. प्रमोद एवं सचिव डा. राजेश मौर्या ने स्मृति चिन्ह प्रदान किया। इस दौरान विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद डा. विवेक गोविला ने ‘इम्पलान्ट’ पर प्रकाश डाला तो बीएचयू के डा. टी.पी. चतुर्वेदी ने आर्थोडान्टिक इलाज पर चर्चा किया। बीएचयू के डा. विपुल शर्मा ने बताया कि जिनके टेढ़े-मेढ़े दांत सही नहीं होते, उनका सर्जरी द्वारा ठीक हो जाता है। मेरठ से आये डा. पद्मनाथ झा ने बताया कि जिनके दांत में कीड़े लग जाते हैं, उनका आरसीटी द्वारा ठीक हो जाता है। इस अवसर पर डा. अतुल गुप्ता, डा. विपिन सिंह, डा. उज्जवला, डा. मान्सी, डा. अंजली, डा. तुलिका मौर्या, डा. संजय वर्मा, डा. संजीव पाण्डेय सहित प्रतापगढ़, गाजीपुर, गोरखपुर, बरेली, लखनऊ, फैजाबाद, वाराणसी, इलाहाबाद, मेरठ के दंत चिकित्सक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डा. संजीव वर्मा व डा. मानसी उपाध्याय ने संयुक्त रूप से किया। आगन्तुकों को स्वागत डा. रजनीश द्विवेदी एवं आभार डा. प्रमोद ने जताया।