औरतों पर बुरी नजर डालने वाला जहन्नमी- : वसीम
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ऐतिहासिक जलसे सीरतुन्नबी में लगा ओलेमा और नातख्वां का जमावड़ा
जौनपुर। नगर के तारापुर मोहल्ले में सोमवार को नौ रबीउल अव्वल के मौके पर जलसे सीरतुन्नबी मदहे सहाबा का आयोजन किया गया। देर रात तक चले जलसे में कई जिलों से आए मौलाना और नातख्वां ने अपने कलाम पेश किए। जलसे की शुरूआत कारी एहसान ने तेलवाते कुरान पाक से की। इसके बाद जलसे को खेताब करते हुए मदरसा हुसैनिया के उस्ताद मौलाना वसीम शेरवानी ने कहा कि आज इंसान अपनी जुबान का गलत इस्तेमाल कर रहा है। बात बात पर झूठ बोलता है और खौफ भी नहीं खाता।
उन्होंने कहा कि जब इंसान झूठ बोलता है तो उसकी रूह से बदबू निकलती है। जिससे फरिश्ते दूर चले जाते हैं। जुबान से ही हम एक दूसरे की गीबत करते हैं, पीठ पीछे लोगों की बुराई करते हैं। अगर कोई इंसान बुरा है तब भी उसकी बुराई नहीं की जानी चाहिए। गीबत सबसे बड़ा गुनाह है। हजूर पाक सल्ललाहु अलैहि वसल्लम को सबसे ज्यादा प्यारी चीज सच बोलने वाली जुबान थी। अल्लाह ने जुबान इसलिए नहीं दी कि उससे झूल बोला जाए, बुराई की जाए, लड़ाई की आग भड़काई जाए। झूठ बोलने वाला कभी भी जन्नत में दाखिल नहीं हो सकता। इंसान को अपनी आखों की भी हिफाजत करनी चाहिए। जो इसान औरतों पर बुरी नजर डालता है उसे भी जहन्नम में डाल दिया जाएगा। गाजीपुर से आए मौलाना अजीमुर्रहमान ने कहा कि पहले हर ओर शराब, जुआ, चोरी, लूटपाट मची हुई थी। मोहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम जब दुनिया में तशरीफ लाए तो पैगाम दिया कि शराब हराम है। जो लोग चोरी करें उनके हाथ काट लिए जाएं। औरतों की आबरूरेजी करने वालों को सजा दी जाए। तब कहीं जाकर समाज से इन बुराइयों का खात्मा हो सका। रबीउल अव्वल का महीना सारे महीनों में अफजल है। रबीउल अव्वल के महीने में ही हुजूर पाक सल्ललाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश हुई थी।
आप सल्ललाहु अलैहि वसल्लम का नाम मोहम्मद रखा गया। मोहम्मद का मतलब है जिसकी बहुत तारीफ की गई हो। कुराने पाक में अल्लाह पाक ने कहा है कि मोहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम को हमेशा तजकिरा होता रहेगा। दुनिया के सारे नामों में सबसे बेहतरीन नाम मोहम्मद अहमद है। मैदाने महशर में जब सारी इंसानियत जमा होगी, कोई किसी को नहीं पहचानेगा, सबको अपनी अपनी पड़ी होगी, पूरी इंसानियत पसीने में शराबोर होगी। सूरज बहुत नजदीक कर दिया जाएगा। तब लोग चाहेंगे कि अल्लाह से सिफारिश की जाए। लेेकिन किसी की हिम्मत नहीं होगी। तब रसूल सल्ललाहु अलैहि वसल्लम अल्लाह के दरबार में झुकेंगे और अल्लाह की हम्द बयान करेंगे। तब अल्लाह रसूल की सिफारिश कबूल करेगा। नातख्वां रेहान प्रतापगढ़ी ने अपने कलाम पेश कर लोगों के दिलों में जगह बनाई। इस दौरान लियाकत अली, मोईन, सुबहान, मोहम्मद शफीक, महमूद, जाबिर अली, रेयाज अंसारी, उस्मान, गुलहसन, इमरान आदि लोग उपस्थित रहे। नेजामत मौलाना असलम ने की।
जौनपुर। नगर के तारापुर मोहल्ले में सोमवार को नौ रबीउल अव्वल के मौके पर जलसे सीरतुन्नबी मदहे सहाबा का आयोजन किया गया। देर रात तक चले जलसे में कई जिलों से आए मौलाना और नातख्वां ने अपने कलाम पेश किए। जलसे की शुरूआत कारी एहसान ने तेलवाते कुरान पाक से की। इसके बाद जलसे को खेताब करते हुए मदरसा हुसैनिया के उस्ताद मौलाना वसीम शेरवानी ने कहा कि आज इंसान अपनी जुबान का गलत इस्तेमाल कर रहा है। बात बात पर झूठ बोलता है और खौफ भी नहीं खाता।
उन्होंने कहा कि जब इंसान झूठ बोलता है तो उसकी रूह से बदबू निकलती है। जिससे फरिश्ते दूर चले जाते हैं। जुबान से ही हम एक दूसरे की गीबत करते हैं, पीठ पीछे लोगों की बुराई करते हैं। अगर कोई इंसान बुरा है तब भी उसकी बुराई नहीं की जानी चाहिए। गीबत सबसे बड़ा गुनाह है। हजूर पाक सल्ललाहु अलैहि वसल्लम को सबसे ज्यादा प्यारी चीज सच बोलने वाली जुबान थी। अल्लाह ने जुबान इसलिए नहीं दी कि उससे झूल बोला जाए, बुराई की जाए, लड़ाई की आग भड़काई जाए। झूठ बोलने वाला कभी भी जन्नत में दाखिल नहीं हो सकता। इंसान को अपनी आखों की भी हिफाजत करनी चाहिए। जो इसान औरतों पर बुरी नजर डालता है उसे भी जहन्नम में डाल दिया जाएगा। गाजीपुर से आए मौलाना अजीमुर्रहमान ने कहा कि पहले हर ओर शराब, जुआ, चोरी, लूटपाट मची हुई थी। मोहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम जब दुनिया में तशरीफ लाए तो पैगाम दिया कि शराब हराम है। जो लोग चोरी करें उनके हाथ काट लिए जाएं। औरतों की आबरूरेजी करने वालों को सजा दी जाए। तब कहीं जाकर समाज से इन बुराइयों का खात्मा हो सका। रबीउल अव्वल का महीना सारे महीनों में अफजल है। रबीउल अव्वल के महीने में ही हुजूर पाक सल्ललाहु अलैहि वसल्लम की पैदाइश हुई थी।
आप सल्ललाहु अलैहि वसल्लम का नाम मोहम्मद रखा गया। मोहम्मद का मतलब है जिसकी बहुत तारीफ की गई हो। कुराने पाक में अल्लाह पाक ने कहा है कि मोहम्मद सल्ललाहु अलैहि वसल्लम को हमेशा तजकिरा होता रहेगा। दुनिया के सारे नामों में सबसे बेहतरीन नाम मोहम्मद अहमद है। मैदाने महशर में जब सारी इंसानियत जमा होगी, कोई किसी को नहीं पहचानेगा, सबको अपनी अपनी पड़ी होगी, पूरी इंसानियत पसीने में शराबोर होगी। सूरज बहुत नजदीक कर दिया जाएगा। तब लोग चाहेंगे कि अल्लाह से सिफारिश की जाए। लेेकिन किसी की हिम्मत नहीं होगी। तब रसूल सल्ललाहु अलैहि वसल्लम अल्लाह के दरबार में झुकेंगे और अल्लाह की हम्द बयान करेंगे। तब अल्लाह रसूल की सिफारिश कबूल करेगा। नातख्वां रेहान प्रतापगढ़ी ने अपने कलाम पेश कर लोगों के दिलों में जगह बनाई। इस दौरान लियाकत अली, मोईन, सुबहान, मोहम्मद शफीक, महमूद, जाबिर अली, रेयाज अंसारी, उस्मान, गुलहसन, इमरान आदि लोग उपस्थित रहे। नेजामत मौलाना असलम ने की।