अपहरण- हत्या से गुस्साए ग्रामीणो ने शव को सड़क पर रखकर किया चक्का जाम, थानेदार के खिलाफ कार्यवाही करने की कर रहे थे मांग
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जौनपुर। रामपुर थाना क्षेत्र के आशापुर गांव के प्रधान प्रत्याशी का अपहरण करके हत्या किया जाने से नाराज ग्रामीणो ने आज दोपहर में शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया। आक्रोशित जनता का आरोप था कि यदि थानेदार अपने दायित्वो को निर्वाह इमानदारी से किया होता तो आज उसकी जान बच सकती थी। लेकिन यहां अपहरण सूचना देने थाने गये उसके भाई पुलिस उल्टे ही बैठा लिया साथ उसे तरह तरह से प्रताडि़त भी किया। जाम की खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन के हाथ पांव फूल गये। मौके पर एसपी अपर पुलिस अधीक्षक देहात समेत कई थानो की फोर्स मौके पर पहुंचकर मोर्चा सम्भाल लिया। पुलिस अधिकारियो के लाख मनाने के बाद भी ग्रामीण आरोपी थानाध्यक्ष के खिलाफ कार्यवाही मांग करते रहे। बाद एसपी ने रामपुर के थानेदार के खिलाफ कार्यवाही करने का आश्वासन देकर जाम को समाप्त कराया।
परिवारीजन मृतक द्रवेश का शव इलाहाबाद से लेकर रात में ही आशापुर पहुचे।अपहरण के बाद हत्या से दुखी परिवारीजन शव को परिजनों ने किया दाह सस्ंकार से मना करते हुए शव की रस्म को पूरा करके रामपुर थाने के बाहर लाकर रख दिया। और एस ओ मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए अपराधियों को पकड़ने और एस ओ पर कार्यवाही की मांग करने लगे। सड़क पर शव रखते ही प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगा। सूचना पर जिले से कप्तान समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर आ धमके। कोई अनहोनी न हो फायर बिग्रेड एवं एक गाडी पीएसी बुला ली। और सडक पर लाश रखकर जाम करने वालो को एसडीएम रामकेश यादव, एडीशनल ग्रामीण, सीओ हितेन्द्र कृष्ण मनाने लगे। लेकिन परिवारीजन एस ओ विश्वजीत सिंह के उपर कार्यवाही करने के लिए अड़े रहे। और कहते रहे कि अगर सूचना देने गये भाईयो को एस ओ नही बैठाता और मोबाईल को छीनकर अपने पास नही रखता तो अपराधियो का हौसला बुलन्द नही होता। यही बात कप्तान से भी भाईयों ने कहा लेकिन कप्तान एक जबाब नही दे पाए केवल कारवाई की बात करते रहे जिसके कारण भीड़ उत्तेजित हो जा रही थी। एक घंटे बाद स्थानीय नेताओ के दबाब के चलते जाम को खत्मकर लाश को लेकर चले ही थे कि एसबीआई बैंक के पास पुन: लाश को रखकर प्रदर्शन करने लगे। आधे घंटे के जद्दोजहद के बाद कप्तान ने कहा कि एस ओ के ऊपर कार्यवाही होगी और सिगरामऊ एस ओ क्षितीज त्रिपाठी केस की जांच करेगे एवं 24 घंटे के अन्दर अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा। तब जाकर लाश को परिवारीजन दाह संसकार के लिए ले गये। इस अवसर पर बरसठी, सुरेरी, मडियाहू, मीरगंज, नेवढिया के पुलिस फोर्स को मौके पर बुला लिया गया।
परिवारीजन मृतक द्रवेश का शव इलाहाबाद से लेकर रात में ही आशापुर पहुचे।अपहरण के बाद हत्या से दुखी परिवारीजन शव को परिजनों ने किया दाह सस्ंकार से मना करते हुए शव की रस्म को पूरा करके रामपुर थाने के बाहर लाकर रख दिया। और एस ओ मुर्दाबाद का नारा लगाते हुए अपराधियों को पकड़ने और एस ओ पर कार्यवाही की मांग करने लगे। सड़क पर शव रखते ही प्रशासन के हाथ पांव फूलने लगा। सूचना पर जिले से कप्तान समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर आ धमके। कोई अनहोनी न हो फायर बिग्रेड एवं एक गाडी पीएसी बुला ली। और सडक पर लाश रखकर जाम करने वालो को एसडीएम रामकेश यादव, एडीशनल ग्रामीण, सीओ हितेन्द्र कृष्ण मनाने लगे। लेकिन परिवारीजन एस ओ विश्वजीत सिंह के उपर कार्यवाही करने के लिए अड़े रहे। और कहते रहे कि अगर सूचना देने गये भाईयो को एस ओ नही बैठाता और मोबाईल को छीनकर अपने पास नही रखता तो अपराधियो का हौसला बुलन्द नही होता। यही बात कप्तान से भी भाईयों ने कहा लेकिन कप्तान एक जबाब नही दे पाए केवल कारवाई की बात करते रहे जिसके कारण भीड़ उत्तेजित हो जा रही थी। एक घंटे बाद स्थानीय नेताओ के दबाब के चलते जाम को खत्मकर लाश को लेकर चले ही थे कि एसबीआई बैंक के पास पुन: लाश को रखकर प्रदर्शन करने लगे। आधे घंटे के जद्दोजहद के बाद कप्तान ने कहा कि एस ओ के ऊपर कार्यवाही होगी और सिगरामऊ एस ओ क्षितीज त्रिपाठी केस की जांच करेगे एवं 24 घंटे के अन्दर अपराधियों को पकड़ लिया जाएगा। तब जाकर लाश को परिवारीजन दाह संसकार के लिए ले गये। इस अवसर पर बरसठी, सुरेरी, मडियाहू, मीरगंज, नेवढिया के पुलिस फोर्स को मौके पर बुला लिया गया।