भदोही में मालगाड़ी के 25 बोगी पटरी से उतरे 13 क्षतिग्रस्त
https://www.shirazehind.com/2015/12/25-13.html
भदोही। जिले के
वाराणसी-जंघई रेलखण्ड पर मोढ़ रेलवे स्टेशन के पूर्वी केबिन के समीप आज
सोमवार को झारखण्ड के पटरातु से पंजाब कलानूर जा रही कोयला लदी मालगाड़ी के
25 डिब्बे पटरी से उतर गये। जिसमें 13 डिब्बे एक दूसरे पर चढ़कर पूरी तरह
क्षतिग्रस्त हो गये। इस दुर्घटना के कारण लखनऊ से वाराणसी इंटरसिटी
एक्सप्रेस सहित गोरखपुर कुर्ला काशी एक्स, छपरा दुर्ग सारनाथ, काशी
विश्वनाथ, कामायनी कई ट्रेने प्रभावित हुई है।
रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वाराणसी-जंघई रेलखण्ड के मोढ़
रेलवे स्टेशन के समीप मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने के कारण जहां कई
ट्रेने प्रभावित हुई है वहीं लखनऊ से वाराणसी आने वाली इंटर सिटी एक्सप्रेस
को रद कर दिया गया है। दुर्घटना के बाद पहुंचे रेलवे के कर्मचारी राहत,
बचाव, क्षतिग्रस्त बोगियों को हटाने व पटरी को दुरूस्त करने में जुट गये
है। रेलवे के कई अधिकारी भी मौके पर पहुंच गये है। रेलवे के क्रेन से
क्षतिग्रस्त बोगियों को हटाने का कार्य युध्द स्तर पर जारी है। हादसे की
सूचना लखनऊ व वाराणसी में रेलवे के उच्चाधिकारियों को भेज दी गयी है। इसके
साथ ही वाराणसी से प्रतापगढ़, इलाहाबाद तथा लखनऊ का रेल संचालन बाधित है।
वाराणसी की ओर जाने वाली ट्रेन माधोसिंह रेलवे स्टेशन से इलाहाबाद तथा लखनऊ
जाने वाली ट्रेन सुल्तानपुर के रास्ते भेजी जा रही है। इस रेलखण्ड पर कल
तक रेल सेवा सामान्य होने की उम्मीद जतायी जा रही है।
चाय-नाश्ता में जुटे रहें पुलिस के लोग
मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त के बाद मोढ़ स्टेशन के आस-पास जहां अफरा तफरी का माहौल रहा वहीं राहत बचाव व सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंचे पुलिस के लोग चाय-नाश्ता करते देखे गये। पुलिस के लोगो को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो वहां कोई इस तरह का हादसा हुआ ही नही है। खासखार व चाटुकार किस्म के लोगो से घिरे पुलिस के लोग मौज मस्ती में देखे गये।
मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त के बाद मोढ़ स्टेशन के आस-पास जहां अफरा तफरी का माहौल रहा वहीं राहत बचाव व सुरक्षा व्यवस्था के लिए पहुंचे पुलिस के लोग चाय-नाश्ता करते देखे गये। पुलिस के लोगो को देखकर ऐसा लग रहा था कि मानो वहां कोई इस तरह का हादसा हुआ ही नही है। खासखार व चाटुकार किस्म के लोगो से घिरे पुलिस के लोग मौज मस्ती में देखे गये।
तेज आवाज से सहम गये लोग
मोढ़ रेलवे स्टेशन के समीप हुए मालगाड़ी हादसे की तेज आवाज व धुएं से लोग थोड़ी देर के लिए दहशत में आ गये। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार तेज आवाज के साथ आज-पास धुआं-धुआं नजर आने लगा। जब धुंध छटा तक लोगो को मंजर समझ में आया। जो जिधर था उधर से ही घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रेन की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर के रफ्तार से रही होगी। धुंध छटा तो देखा गया कि मालगाड़ी के डिब्बे एक दूसरे पर चढ़े थे।
मोढ़ रेलवे स्टेशन के समीप हुए मालगाड़ी हादसे की तेज आवाज व धुएं से लोग थोड़ी देर के लिए दहशत में आ गये। प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार तेज आवाज के साथ आज-पास धुआं-धुआं नजर आने लगा। जब धुंध छटा तक लोगो को मंजर समझ में आया। जो जिधर था उधर से ही घटना स्थल की तरफ दौड़ पड़ा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रेन की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर के रफ्तार से रही होगी। धुंध छटा तो देखा गया कि मालगाड़ी के डिब्बे एक दूसरे पर चढ़े थे।
राहगीरों को हुई परेशानी
हादसे के बाद मोढ़ रेलवे स्टेशन का पूर्वी फाटक बंद होने के कारण राहगीरों को ! ! काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा। मालगाड़ी के कुछ डिब्बे रेलवे फाटक पर ही खड़े रहे। जिसके चलते मोढ़ से ज्ञानपुर की तरफ जान वाले लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग रेलवे की पटरियों को पार कर आते जाते देखे गये।
हादसे के बाद मोढ़ रेलवे स्टेशन का पूर्वी फाटक बंद होने के कारण राहगीरों को ! ! काफी मुसीबत का सामना करना पड़ा। मालगाड़ी के कुछ डिब्बे रेलवे फाटक पर ही खड़े रहे। जिसके चलते मोढ़ से ज्ञानपुर की तरफ जान वाले लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। लोग रेलवे की पटरियों को पार कर आते जाते देखे गये।