राज्यकर्मी 22 व 23 को करेंगे पेन डाउन सांकेतिक हड़तालः राकेश श्रीवास्तव
https://www.shirazehind.com/2015/12/22-23.html
कर्मचारी नेता ने बताया- 21 को निकाली जायेगी मोटरसाइकिल रैली
जौनपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के 4 वर्ष पूर्ण होने को है परन्तु सरकार की व्यस्तता के कारण कर्मचारी समाज की समस्याओं का निराकरण आज तक नहीं हो सका और न ही आज तक प्रदेश के शीर्ष कर्मचारी नेताओं से वार्ता भी नहीं हो पायी जिससे कर्मचारियों की समस्याएं यथावत् बनी हुई हैं। उक्त बातें राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने कलेक्टेªट के पत्रकार भवन में पत्र-प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के कर्मचारी सरकार की योजनाओं को मूर्त रूप देने में अपनी भूमिका निभाते हैं एवं प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं लेकिन इसके बावजूद भी कर्मचारी समस्याओं के निराकरण में शासन की उदासीनता है जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इतना ही नहीं, इसी को लेकर धरना-प्रदर्शन एवं हड़ताल करने को भी मजबूर हैं। प्रदेश के 18 लाख कर्मचारियों का मान्यताप्राप्त संगठन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के आह्वान पर 21 दिसम्बर को मोटरसाइकिल रैली निकलेगी जो जिला चिकित्सालय से शुरू होकर लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, सीएमओ आफिस, विकास भवन, चकबंदी, टेªजरी सहित अन्य कार्यालयों का चक्रमण करते हुये कलेक्टेªट पहुंचकर समाप्त हो गयी। इसके बाद 22 व 23 दिसम्बर को कार्य बहिष्कार करके प्रदर्शन किया जायेगा। अन्त में उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर 22 व 23 दिसम्बर को प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पेन डाउन सांकेतिक अघोषित हड़ताल है जिसमें आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर सभी आवश्यक सेवाएं शामिल हैं। इसके अलावा जिला मंत्री सीबी सिंह, इं. जीएन दूबे, उपेन्द्र सिंह सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने अपना विचार व्यक्त करते हुये सभी कर्मचारियों से हड़ताल को सफल बनाने की अपील किया। इस अवसर पर चन्द्रशेखर सिंह, ओम प्रकाश, सभाजीत यादव, पारसनाथ यादव, महालक्ष्मी वर्मा, आशा देवी, कामेश्वर सिंह, बदरे आलम, धर्मराज सिंह, रमेश चन्द्र यादव, रामलखन पाल, शिवशंकर, प्रदीप सिंह, अनिल यादव, लालचन्द्र, राजेश यादव सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
जौनपुर। उत्तर प्रदेश सरकार के 4 वर्ष पूर्ण होने को है परन्तु सरकार की व्यस्तता के कारण कर्मचारी समाज की समस्याओं का निराकरण आज तक नहीं हो सका और न ही आज तक प्रदेश के शीर्ष कर्मचारी नेताओं से वार्ता भी नहीं हो पायी जिससे कर्मचारियों की समस्याएं यथावत् बनी हुई हैं। उक्त बातें राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के जिलाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने कलेक्टेªट के पत्रकार भवन में पत्र-प्रतिनिधियों से वार्ता के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के कर्मचारी सरकार की योजनाओं को मूर्त रूप देने में अपनी भूमिका निभाते हैं एवं प्रदेश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं लेकिन इसके बावजूद भी कर्मचारी समस्याओं के निराकरण में शासन की उदासीनता है जिसको लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। इतना ही नहीं, इसी को लेकर धरना-प्रदर्शन एवं हड़ताल करने को भी मजबूर हैं। प्रदेश के 18 लाख कर्मचारियों का मान्यताप्राप्त संगठन राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद उत्तर प्रदेश के आह्वान पर 21 दिसम्बर को मोटरसाइकिल रैली निकलेगी जो जिला चिकित्सालय से शुरू होकर लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, सीएमओ आफिस, विकास भवन, चकबंदी, टेªजरी सहित अन्य कार्यालयों का चक्रमण करते हुये कलेक्टेªट पहुंचकर समाप्त हो गयी। इसके बाद 22 व 23 दिसम्बर को कार्य बहिष्कार करके प्रदर्शन किया जायेगा। अन्त में उन्होंने बताया कि कुल मिलाकर 22 व 23 दिसम्बर को प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पेन डाउन सांकेतिक अघोषित हड़ताल है जिसमें आकस्मिक सेवाओं को छोड़कर सभी आवश्यक सेवाएं शामिल हैं। इसके अलावा जिला मंत्री सीबी सिंह, इं. जीएन दूबे, उपेन्द्र सिंह सहित अन्य कर्मचारी नेताओं ने अपना विचार व्यक्त करते हुये सभी कर्मचारियों से हड़ताल को सफल बनाने की अपील किया। इस अवसर पर चन्द्रशेखर सिंह, ओम प्रकाश, सभाजीत यादव, पारसनाथ यादव, महालक्ष्मी वर्मा, आशा देवी, कामेश्वर सिंह, बदरे आलम, धर्मराज सिंह, रमेश चन्द्र यादव, रामलखन पाल, शिवशंकर, प्रदीप सिंह, अनिल यादव, लालचन्द्र, राजेश यादव सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।