पांच दिन बाद बैंको के खुले ताले, पूरा शहर जाम में जकड़ा
https://www.shirazehind.com/2015/11/blog-post_650.html
जौनपुर। पांच दिन बाद बैक खुलने से बैंको में ग्राहको की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। बैंको में भीड़ के कारण पूरा शहर जाम हो गया। जाम में फसे लोग घंटो कराहते रहे। उधर ग्राम प्रधान और ग्राम सदस्य पद के उम्मीद्वार टेजरी चलान जमा करने के लिए सूबह से शाम तक भूखे प्यासे कतारो में खडे़ रहे।
दीपावली समेत कई त्योहारो के कारण बैंक स्कूल सरकारी दफ्तर 11 नवम्बर से बंद रहे। जब छुट््िटया सामाप्त हुआ तो जिन्दगी की गाड़ी पटरी पर आ गयी। स्कूल खुल गये सरकारी दफ्तरो के ताले खुले और बैको का खजाना खुल गया। ऐसी स्थिति में ग्राहक पैसा लेने और देने के लिए अपने अपने बैंको का रूख किया और सरकारी कर्मचारी अधिकारी समय से कार्यालय पहुंचे उधर शांत पड़े स्कूलो में बच्चो की पढ़ाई शुरू हो गयी। एक साथ जिन्दगी सड़क पर आने के कारण पूरा नगर जाम हो गया। इसका प्रमुख कारण दिखाई दिया बैंको में लगी ग्राहको की कतारे और सड़क पर बेतरतीब खड़े वाहन। उधर आज से ग्राम प्रधान पद के लिए शुरू हुए नामाकंन प्रक्रिया के कारण सभी प्रत्याशी टेजरी चलान जमा करने के लिए बैंक खुलने से पहले ही कतार मंे लग गये थे। बैंको में अचानक उमड़ी बैंको भीड़ के कारण बैंक कर्मचारी और अधिकारी हलकान हो गये। उधर बैंको के बाहर खड़े वाहनो के कारण जाम लग गया।
दीपावली समेत कई त्योहारो के कारण बैंक स्कूल सरकारी दफ्तर 11 नवम्बर से बंद रहे। जब छुट््िटया सामाप्त हुआ तो जिन्दगी की गाड़ी पटरी पर आ गयी। स्कूल खुल गये सरकारी दफ्तरो के ताले खुले और बैको का खजाना खुल गया। ऐसी स्थिति में ग्राहक पैसा लेने और देने के लिए अपने अपने बैंको का रूख किया और सरकारी कर्मचारी अधिकारी समय से कार्यालय पहुंचे उधर शांत पड़े स्कूलो में बच्चो की पढ़ाई शुरू हो गयी। एक साथ जिन्दगी सड़क पर आने के कारण पूरा नगर जाम हो गया। इसका प्रमुख कारण दिखाई दिया बैंको में लगी ग्राहको की कतारे और सड़क पर बेतरतीब खड़े वाहन। उधर आज से ग्राम प्रधान पद के लिए शुरू हुए नामाकंन प्रक्रिया के कारण सभी प्रत्याशी टेजरी चलान जमा करने के लिए बैंक खुलने से पहले ही कतार मंे लग गये थे। बैंको में अचानक उमड़ी बैंको भीड़ के कारण बैंक कर्मचारी और अधिकारी हलकान हो गये। उधर बैंको के बाहर खड़े वाहनो के कारण जाम लग गया।