केन्द्र व प्रदेश की सरकारें हैं किसान विरोधी : पहल सिंह
https://www.shirazehind.com/2015/11/blog-post_64.html
सतहरिया संवाददाता। चुनावी बेला में नेता किसानों के हित में सिर्फ लुभावने बात करते हैं। सत्तारूढ़ हो जाने के बाद वे अपने किये वादों को भूल जाते हैं। वर्तमान प्रदेश व केन्द्र सरकारें किसान विरोधी हैं। उक्त बातें भारतीय किसान मजदूर संयुक्त मोर्चा के प्रदेश प्रवक्ता पहल सिंह यादव ने मुँगराबादशाहपुर के पुरानी सब्जीमण्डी परिसर में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि शासन की हेरा-फेरी में भी सरकारों ने किसानों व मजदूरों के जख्म भरने के बजाय उस पर नमक छिड़कने का कार्य किया है जो माफ करने के योग्य नहीं है। आगे उन्होंने किसानों के साथ धोखाधड़ी का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों की बीमा केन्द्र व राशि की 17 कम्पनियांें द्वारा होता है। कृभको व इफको खाद कम्पनियों द्वारा 18 रू0 प्रति बोरी बीमा कटता है। ऋण देने वाले समस्त बैंक किसानों से प्रतिवर्ष 2400/- रू0 प्रति हेक्टेअर बीमा का पैसा लेते हैं किन्तु बीमा के नाम पर की गयी वसूली के पैसे का लाभ किसानों को नहीं मिलता है। आगे उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक पूरे किसान को ओलावृष्टि व प्राकृतिक आपदा का चेक नहीं मुहैया कराया गया है। जो सरकारों की किसानों के हित में बात करने की कलई खोल दी है। मुख्य रूप से किसान नेताओं में अवधेश नारायण सिंह, अशोक कुमार यादव व विजयशंकर यादव आदि थे।
उन्होंने कहा कि शासन की हेरा-फेरी में भी सरकारों ने किसानों व मजदूरों के जख्म भरने के बजाय उस पर नमक छिड़कने का कार्य किया है जो माफ करने के योग्य नहीं है। आगे उन्होंने किसानों के साथ धोखाधड़ी का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों की बीमा केन्द्र व राशि की 17 कम्पनियांें द्वारा होता है। कृभको व इफको खाद कम्पनियों द्वारा 18 रू0 प्रति बोरी बीमा कटता है। ऋण देने वाले समस्त बैंक किसानों से प्रतिवर्ष 2400/- रू0 प्रति हेक्टेअर बीमा का पैसा लेते हैं किन्तु बीमा के नाम पर की गयी वसूली के पैसे का लाभ किसानों को नहीं मिलता है। आगे उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक पूरे किसान को ओलावृष्टि व प्राकृतिक आपदा का चेक नहीं मुहैया कराया गया है। जो सरकारों की किसानों के हित में बात करने की कलई खोल दी है। मुख्य रूप से किसान नेताओं में अवधेश नारायण सिंह, अशोक कुमार यादव व विजयशंकर यादव आदि थे।