मतदाता सूचि में नाम बढ़ाने को लेकर जमकर हुआ हंगामा
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मडियाहू। तहसील में छूटे मतदाताओं का नाम बढ़ाने के लिए उमड़ी महिलाओं एवं बूढों की भीड़ से नाराज वकीलों ने एसडीएम के खिलाफ जमकर घंटों हंगामा मचाया। जब एसडीएम ने मतदाताओं को सहुलियत देने की बात कर उनकी बाते मानी तब अधिवक्ताओं ने हंगामा खत्म किया।
निर्वाचन आयोग द्वारा जैसे ही मतदाताओं का नाम बढ़ाने के लिए कहा तैसे ही मडि़याहूं तहसील में मतदाताओं का नाम बढ़ाने के लिए भारी भीड़ इकठ्ठा होने लगी। सोमवार को एसडीएम ने मतदाताअेां का नाम बढ़ाने के लिए एक व्यक्ति से एक फार्म लेना शुरू किया और मौके पर ही जांच करने के बाद उसको नाम बढ़ाने के लिए भेजा जाने लगा। जिससे वहां भारी भीड़ इकठ्ठा होने लगी और तहसील में काफी धमा चैकड़ी बढ़ गयी। मंगलवार को सैकड़ो की संख्या में गांव की बहुए, महिलाएं एवं पुरूष टैक्टर से भरकर तहसील के सभागार में बने पांच काउन्टरों पर लाईन लगाकर खड़े हो गए। और तहसील प्रागंण में भी भारी संख्या में मतदाता खड़ रहे। तभी मडि़याहूं बार के अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह की अध्यक्षता में सैकड़ों अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए सभागार के काउन्टर पर पहुंचकर हं्रगामा करते हुए यह आरोप लगाने लगे कि एसडीएम रामकेश यादव मतदाताओं केा परेशान करने की नियति से गांव के एक एक मतदाताओं का फार्म ले रहे जिससे कि किसी का मतदाता सूची में नाम नही बढ़ सके। गांव की बहुए इनके कारनामें से अपने बच्चे एवं घर छोड़कर काउन्टर पर बिना मतलब खड़े है जबकि यह काम कोई भी जनप्रतिनिधि अगर लाकर फार्म दे और एसडीएम अपने कर्मचारियों से जाच कर नाम बढ़ाने का कार्य कर सकता है। लेकिन ऐसा नहीं कर रहे है। यह सुनते ही लाईन में लगे मतदाता भी अधिवक्ताओं के साथ हो गए और जमकर हंगामा शुरू कर दिया। एसडीएम रामकेश यादव एवं तहसीलदार रामजीत मौर्या काउन्टर बन्द करके चेम्बर की ओर चले गए। तो अधिवक्ता भी मतदाताओं के साथ नारेबाजी करते हुए एसडीएम चेम्बर में पहंुचकर घेराव करना शुरू कर दिया। बाद में एसडीएम ने अधिवक्ताओं से बातचीत करते हुए अधिवक्ताओं की मांग मान ली और सभी मतदाताओं फार्म एक साथ लेकर उन्हें छोड़ दिया। इस सम्बन्ध एसडीएम रामकेश यादव ने बताया कि हम मतदाताओं कों परेशान करने की नियति से एक एक फार्म नहीं ले रहे थे हमने उनकी सहुलियत के लिए मौके पर ही जांच करके सूची में बढ़ानेके लिए दे देता। अब हमें उसकी जांच के लिए गांव में भेजना पड़ेगा।
निर्वाचन आयोग द्वारा जैसे ही मतदाताओं का नाम बढ़ाने के लिए कहा तैसे ही मडि़याहूं तहसील में मतदाताओं का नाम बढ़ाने के लिए भारी भीड़ इकठ्ठा होने लगी। सोमवार को एसडीएम ने मतदाताअेां का नाम बढ़ाने के लिए एक व्यक्ति से एक फार्म लेना शुरू किया और मौके पर ही जांच करने के बाद उसको नाम बढ़ाने के लिए भेजा जाने लगा। जिससे वहां भारी भीड़ इकठ्ठा होने लगी और तहसील में काफी धमा चैकड़ी बढ़ गयी। मंगलवार को सैकड़ो की संख्या में गांव की बहुए, महिलाएं एवं पुरूष टैक्टर से भरकर तहसील के सभागार में बने पांच काउन्टरों पर लाईन लगाकर खड़े हो गए। और तहसील प्रागंण में भी भारी संख्या में मतदाता खड़ रहे। तभी मडि़याहूं बार के अध्यक्ष कृष्ण कुमार सिंह की अध्यक्षता में सैकड़ों अधिवक्ता नारेबाजी करते हुए सभागार के काउन्टर पर पहुंचकर हं्रगामा करते हुए यह आरोप लगाने लगे कि एसडीएम रामकेश यादव मतदाताओं केा परेशान करने की नियति से गांव के एक एक मतदाताओं का फार्म ले रहे जिससे कि किसी का मतदाता सूची में नाम नही बढ़ सके। गांव की बहुए इनके कारनामें से अपने बच्चे एवं घर छोड़कर काउन्टर पर बिना मतलब खड़े है जबकि यह काम कोई भी जनप्रतिनिधि अगर लाकर फार्म दे और एसडीएम अपने कर्मचारियों से जाच कर नाम बढ़ाने का कार्य कर सकता है। लेकिन ऐसा नहीं कर रहे है। यह सुनते ही लाईन में लगे मतदाता भी अधिवक्ताओं के साथ हो गए और जमकर हंगामा शुरू कर दिया। एसडीएम रामकेश यादव एवं तहसीलदार रामजीत मौर्या काउन्टर बन्द करके चेम्बर की ओर चले गए। तो अधिवक्ता भी मतदाताओं के साथ नारेबाजी करते हुए एसडीएम चेम्बर में पहंुचकर घेराव करना शुरू कर दिया। बाद में एसडीएम ने अधिवक्ताओं से बातचीत करते हुए अधिवक्ताओं की मांग मान ली और सभी मतदाताओं फार्म एक साथ लेकर उन्हें छोड़ दिया। इस सम्बन्ध एसडीएम रामकेश यादव ने बताया कि हम मतदाताओं कों परेशान करने की नियति से एक एक फार्म नहीं ले रहे थे हमने उनकी सहुलियत के लिए मौके पर ही जांच करके सूची में बढ़ानेके लिए दे देता। अब हमें उसकी जांच के लिए गांव में भेजना पड़ेगा।