कर्मचारियो के खामियो के चलते रनर बनी विनर, विनर बनी रनर
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पूर्व भाजपा विधायक बांकेलाल सोनकर की पत्नी आशा सोनकर सोईथाकला ब्लाक के वार्ड नम्बर 15 से भाजपा समर्थित उम्मीद्वार थी। चुनाव में उन्हे कुल 3511 मतदाताओ ने वोट दिया उनके निकटतम प्रतिद्वंदी सबिता को 2778 वोट मिले थे। इस प्रकार से आशा सोनकर 733 मतो से जीत हासिल किया था। लेकिन मतगणना में लगाये गये कर्मचारियों की लापरवाही के कारण आशा के खाते 733 मत लिखा गया हारे हुए प्रत्यासी सबिता का मूल वोट 2778 लिखा गया। इस आकंड़े से सबिता का करीब 2000 मतो से जीत होने का रिकार्ड में दिखाई पड़ने लगा। इसकी जानकारी होते ही आशा सोनकर और उनके समर्थक सीआरओ कार्यालय में पहुंचकर हंगाम शुरू कर दिया। आशा की मांग पर फिर से दोनो प्रत्यासियों को मिले वोटो के रिकार्ड को मिलाया गया तब कही जाकर सही तस्वीर सामने आ सकी। अधिकारियों ने रिजर्ट पर पूरा मुतमईन होने के बाद आशा सोनकर को जीत का प्रमाण पत्र दिया। हलांकि सीआरओ ने कर्मचारियों के भूल पर पर्दा डालते हुए बताया कि आशा ही चुनाव जीती थी प्रमाण पत्र आज लेने के लिए आयी थी।