
जौनपुर। केमिस्ट एण्ड कास्मेटिक वेलफेयर एसोसिएशन दवा व्यवसाइयों के हित में काम करने वाली जनपद की अग्रणी संस्था है जो एआईसीडीएपफ से सम्बद्ध है तथा दवा व्यवसाइयों के हितों की रक्षा व उनकी समस्याओं के समाधान के लिये सही मायने में संघर्ष कर रही है। उक्त बातें एसोसिएशन के संरक्षक इन्द्रभान सिंह इंदु और जिलाध्यक्ष राजय यादव ने सोमवार को नगर के ओलन्दगंज स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुये कही। उन्होंने बताया कि दवा व्यवसाइयों के हित में कथित रूप से काम करने वाली एक संस्था 14 अक्टूबर को दवा व्यवसाय बंद कराने के प्रयास में है। उनकी यह बंदी ई-फार्मेसी (दवाओं की आनलाइन बिक्री) को रोकने के लिये है न कि दवा के फुटकर व्यवसाय में फार्मासिस्ट की अनिवार्यता के विरोध में। उन्होंने कहा कि बंदी में छोटे व्यापारियों का समर्थन हासिल करने के लिये स्थानीय स्तर पर फार्मासिस्ट का मुद्दा जोड़ दिया गया है जिससे इनकी बंदी सफल हो सके। प्रदेश में ई-फार्मेसी पर पहले से ही रोक है, इसलिये प्रदेश में बंदी का कोई औचित्य ही नहीं है। जहां तक फार्मासिस्ट की अनिवार्यता का मामला है तो हमारा संगठन इसके लिये मजबूती से लड़ाई लड़ रहा है। इस संदर्भ में प्रदेश संगठन द्वारा गत दिवस प्रमुख सचिव से मिलकर वार्ता भी किया गया था। पत्रकार वार्ता के दौरान दिलीप गुप्ता, राजेन्द्र निगम, प्रमोद जायसवाल आदि मौजूद रहे।