धरना प्रदर्शन करते समय शिक्षा मित्र हुआ बेहोश , अस्पताल में भर्ती
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जौनपुर। हाईकोर्ट द्वारा बरखास्त किये गये जौनपुर के शिक्षा मित्रों ने आज जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर जोरदार प्रर्दशन किया। इस दरम्यान एक शिक्षा मित्र बेहोस होकर गिर पड़ा। साथी की हालत नाजुक देखते हुए शिक्षा मित्रों उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। शिक्षा मित्रो का रोना है कि हम लोग सहायक अध्यापक होने के सारे मानक पूरा करते है इसके बाद भी हाईकोर्ट ने हम लोगो को अयोग्य घोषित करते हुए बरखास्त कर दिया गया है। जिसके कारण हमारे बीबी बच्चे मां बाप सभी भूखमरी के मुहाने पर खड़े हो गये है। इस लिए हम लोग अब जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल और राष्ट्रपति से स्वेच्छा मृत्यु की मांग करेगे।
बीते शनिवार को हाईकोर्ट इलाहाबाद ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा मित्रो को सहायक अध्यापक को अवैध घोषित करते हुए बरखस्त करने का आदेश दिया था। इस फैसले के कारण जौनपुर हजारो हजारो सहायक अध्यापक फिर से शिक्षा मित्र पद पर आ गये है। आज जिले के सभी शिक्षा मित्र बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रर्दशन किया। इस दरम्यान मो0 अब्बास नामक शिक्षा मित्र बेहोस होकर जमींन पर गिर पड़ा। उसे साथियों ने आनन फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। उधर शिक्षा मित्रों ने कहा कि पहले हम लोगो प्रदेश के सभी सांसदो के माध्यम से केन्द्र सरकार तक पत्र लिखकर अपनी पीड़ा पहुंचाएंगे। इसके बाद भी हमारी समस्याओ का निदान नही हुआ तो हम लोग राज्यपाल उत्तर प्रदेश और राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु मांगेगे।
बीते शनिवार को हाईकोर्ट इलाहाबाद ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षा मित्रो को सहायक अध्यापक को अवैध घोषित करते हुए बरखस्त करने का आदेश दिया था। इस फैसले के कारण जौनपुर हजारो हजारो सहायक अध्यापक फिर से शिक्षा मित्र पद पर आ गये है। आज जिले के सभी शिक्षा मित्र बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रर्दशन किया। इस दरम्यान मो0 अब्बास नामक शिक्षा मित्र बेहोस होकर जमींन पर गिर पड़ा। उसे साथियों ने आनन फानन में जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। फिलहाल उसकी हालत खतरे से बाहर बतायी जा रही है। उधर शिक्षा मित्रों ने कहा कि पहले हम लोगो प्रदेश के सभी सांसदो के माध्यम से केन्द्र सरकार तक पत्र लिखकर अपनी पीड़ा पहुंचाएंगे। इसके बाद भी हमारी समस्याओ का निदान नही हुआ तो हम लोग राज्यपाल उत्तर प्रदेश और राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु मांगेगे।