राजभाषा गौरव पुरस्कार से नवाजे गये डा. आरए जोसेफ
https://www.shirazehind.com/2015/09/blog-post_343.html
जौनपुर। वरिष्ठ समाजसेवी एवं शिक्षाविद् डा. आर. ए. जोसेफ को भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी ने सोमवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में प्रथम श्रेणी का राजभाषा गौरव पुरस्कार से सम्मानित किया। यह सम्मान डा. जोसेफ द्वारा विकलांग पुनर्वास पर लिखित पुस्तक ्य्यनिरूशक्तता पर संवैधानिक पहल्य्य के लिये दिया गया है। उक्त अवसर पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कार्यक्रम की अध्यक्षता कीे।
विदित हो की डा. जोसेफ को वर्ष 2003 में विकलांगता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया था। वर्ष 2005 में डा. जोसेफ को उनकी पुस्तक ्यपुनर्वास के आयाम्य को इंदिरा गॉधी राजभाषा पुरस्कार के लिए चुना गया था जिसे तत्तकालीन गृहमंत्री श्री शिवराज पाटिल ने प्रदान किया था। वर्ष 2009 में उनकी पुस्तक ्यविशेष शिक्षा एवं पुनर्वास्य के लिए तत्तकालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने राजीव गांधी ज्ञान विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया था। विकलांग समाकलन संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डा. जोसेफ को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा प्रथम श्रेणी का राजभाषा गौरव पुरस्कार से नवाजे जाने की खबर सुनते ही संस्थान रचना विशेष विद्यालय में हर्ष की लहर फैल गयी।
विदित हो की डा. जोसेफ को वर्ष 2003 में विकलांगता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए तत्कालीन राष्ट्रपति डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम ने राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया था। वर्ष 2005 में डा. जोसेफ को उनकी पुस्तक ्यपुनर्वास के आयाम्य को इंदिरा गॉधी राजभाषा पुरस्कार के लिए चुना गया था जिसे तत्तकालीन गृहमंत्री श्री शिवराज पाटिल ने प्रदान किया था। वर्ष 2009 में उनकी पुस्तक ्यविशेष शिक्षा एवं पुनर्वास्य के लिए तत्तकालीन राष्ट्रपति श्रीमती प्रतिभा देवीसिंह पाटिल ने राजीव गांधी ज्ञान विज्ञान पुरस्कार से सम्मानित किया था। विकलांग समाकलन संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डा. जोसेफ को महामहिम राष्ट्रपति द्वारा प्रथम श्रेणी का राजभाषा गौरव पुरस्कार से नवाजे जाने की खबर सुनते ही संस्थान रचना विशेष विद्यालय में हर्ष की लहर फैल गयी।