सपा विधायक के बिगड़े बोल, कहा- शोले के गब्बर जैसा हूं, अफसर भी हैं डरते
https://www.shirazehind.com/2015/09/blog-post_298.html
अंबेडकनगर । यूपी में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी (सपा) चाहे
जितना अपने विधायकों और नेताओं को बयानबाजी न करने की हिदायत दे, लेकिन
विधायकों और नेताओं की बयानबाजी रुकने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला
अंबेडकरनगर के टांडा से विधायक अजीमुल हक का है। विधायक ने अपनी तुलना शोले
फिल्म के गब्बर से करते हुए शनिवार को एक जनसभा में कहा कि जैसे 'शोले'
फिल्म में डायलॉग है कि मां कहती है, बेटा सो जाओ नहीं तो गब्बर आ जाएगा,
उसी तरह कोतवाली में बैठने वाला कोतवाल और थाने में बैठने वाले दरोगा को
जैसे ही पता चलता है कि विधायक अजीमुल हक पहलवान आ रहे हैं, तो वे थाना और
कोतवाली छोड़ कर भाग जाते हैं.
यही नहीं, विधायक ने कहा कि जब भी वह किसी पुलिस अधिकारी को फोन करते हैं, तो फोन पर उनका नंबर देख कर अधिकारी की घिग्घी बंध जाती है और फोन छूटकर हाथ से गिर जाता है। बता दें कि सपा का ये विधायक अपहरण, हत्या और लूट जैसे मामलों में मुकदमा भी झेल रहा है। बता दें कि अजीमुल हक इससे पहले भी कह चुके हैं कि वह न सीबीआई और न ही किसी अदालत को मानते हैं।
मुलायम, अखिलेश की नसीहत तक नहीं मानी
यही नहीं, विधायक ने कहा कि जब भी वह किसी पुलिस अधिकारी को फोन करते हैं, तो फोन पर उनका नंबर देख कर अधिकारी की घिग्घी बंध जाती है और फोन छूटकर हाथ से गिर जाता है। बता दें कि सपा का ये विधायक अपहरण, हत्या और लूट जैसे मामलों में मुकदमा भी झेल रहा है। बता दें कि अजीमुल हक इससे पहले भी कह चुके हैं कि वह न सीबीआई और न ही किसी अदालत को मानते हैं।
खुद को बताया सीएम के बाद सबसे ज्यादा ताकतवर
यही नहीं, विधायक अजीमुल हक कितने बेखौफ हैं कि नुक्कड़ सभाओं में घूम-घूम कर कहते हैं कि सीएम अखिलेश यादव के बाद वही यूपी के सबसे ताकतवर नेता हैं। अपनी दबंगई का बखान करते हुए विधायक ये भी कह चुके हैं जब वह डीएम और एसपी से मिलने उनके दफ्तर जाते हैं, तो वे डर की वजह से कुर्सी छोड़ देते हैं। साथ ही उनके मौजूद रहने तक अफसर खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपका ऐसा विधायक हूं, जिसे सलाम करने के लिए डीएम और एसपी को अपनी कुर्सी से उठना ही पड़ता है।
यही नहीं, विधायक अजीमुल हक कितने बेखौफ हैं कि नुक्कड़ सभाओं में घूम-घूम कर कहते हैं कि सीएम अखिलेश यादव के बाद वही यूपी के सबसे ताकतवर नेता हैं। अपनी दबंगई का बखान करते हुए विधायक ये भी कह चुके हैं जब वह डीएम और एसपी से मिलने उनके दफ्तर जाते हैं, तो वे डर की वजह से कुर्सी छोड़ देते हैं। साथ ही उनके मौजूद रहने तक अफसर खड़े रहते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपका ऐसा विधायक हूं, जिसे सलाम करने के लिए डीएम और एसपी को अपनी कुर्सी से उठना ही पड़ता है।
मुलायम, अखिलेश की नसीहत तक नहीं मानी
साल 2017 में यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में टांडा से
विधायक अजीमुल हक लगातार जनसभाएं कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि जब
मीडिया होता है, तो विधायक विकास की बात करते हैं। जब मीडिया नहीं होता, तो
गब्बर जैसे बन जाते हैं। बता दें कि हाल ही में सीएम से लेकर मुलायम सिंह
यादव तक ने अपने सभी नेताओं, विधायकों और मंत्रियों को गलतबयानी ना करने की
नसीहत दी थी, लेकिन सत्ता का नशा इन नेताओं के सिर चढ़कर बोल रहा है।
वहीं, अंबेडकरनगर से बीजेपी सांसद डॉ. हरिओम पांडेय का कहना है कि जहां का
विधायक खुद को गब्बर सिंह बताता हो और पुलिस अफसरों को डराता-धमकाता हो,
वहां पर कानून व्यवस्था कि क्या हालत होगी यह समझा जा सकता है।