पुरानी पेंशन योजना की बहाली को होगा राष्ट्रव्यापी आंदोलन
https://www.shirazehind.com/2015/06/blog-post_949.html
जौनपुर।नई पेंशन योजना को समाप्त कर पुरानी पेंशन योजना की बहाली की
मांग को लेकर राष्ट्र व्यापी आंदोलन चलाया जाएगा। इसके लिए राष्ट्रीय
संयुक्त मोर्चा का गठन किया गया है।
उक्त बातें शिक्षक विधायक चेत नारायण सिंह ने शुक्रवार को तिलकधारी महाविद्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही।
श्री ¨सह ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को वर्ष 2014 के बजट में शामिल करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष आर गोपाल ने अल्टीमेटम दिया था लेकिन सरकार नहीं चेती। मजबूर होकर तीन सितंबर को संसद का घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो 24 नवंबर को देश के सभी कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
शिक्षक विधायक ने बताया कि माध्यमिक शिक्षक संघ पुरानी पेंशन योजना के लिए प्रांतीय स्तर पर संघर्ष कर रही संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की लड़ाई में हमसफर बनेगा। इसके लिए जुलाई माह से प्रत्येक जनपद में प्रभावी आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनुदानित विद्यालयों के चिकित्सकों, कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा नहीं उपलब्ध कराई जाती। सेवारत व अवकाश प्राप्त शिक्षकों के लिए अनिवार्य रूप से यह सुविधा उपलब्ध कराने की मांग के लिए पांच जुलाई को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में रणनीति तय की जाएगी। जरूरत पड़ी तो जनपद, मंडल और प्रांत स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। समूह घ की नियुक्त से रोक हटाने और सभी श्रेणियों के लिए एसीपी लागू करने की मांग भी संघ के प्रमुख एजेंडे में है।
संघ की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए शिक्षक विधायक ने कहा कि परीक्षकों के मूल्यांकन व कक्ष निरीक्षकों का पारिश्रमिक बकाया व वृद्धि लागू कर दिया गया है। तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अगले सप्ताह मंत्रिमंडल की होने वाली बैठक के बाद आदेश निर्गत कर दिया जाएगा। आंदोलन की सबसे बड़ी उपलब्धि वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय संबंधी है। मानदेय के लिए तीन कमेटी गठित की गई है जो अपने स्तर से काम कर रही है। शीघ्र ही शिक्षकों को मानदेय भी मिलने लगेगा। संघ के प्रांतीय मंत्री रमेश ¨सह ने कहा कि लंबे समय से किए जा रहे संघर्ष से फलस्वरूप यह सफलता मिली है। उन्होंने शिक्षकों, कर्मचारियों से अन्य मांगों को पूरा कराने के लिए एकजुटता का आह्वान किया।
इस मौके पर संरक्षक मंडल के सदस्य संकठा प्रसाद सिंह , जिलाध्यक्ष नरसिंह बहादुर सिंह , जिलामंत्री सुधाकर सिंह जिलामंत्री चित्रकूट मनोज पांडेय, पूर्व जिलाध्यक्ष डा.राकेश सिंह अतुल सिंह मुन्ना, अजय सिंह आदि मौजूद रहे।
उक्त बातें शिक्षक विधायक चेत नारायण सिंह ने शुक्रवार को तिलकधारी महाविद्यालय में पत्रकारों से बातचीत में कही।
श्री ¨सह ने कहा कि पुरानी पेंशन योजना को वर्ष 2014 के बजट में शामिल करने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष आर गोपाल ने अल्टीमेटम दिया था लेकिन सरकार नहीं चेती। मजबूर होकर तीन सितंबर को संसद का घेराव किया जाएगा। इसके बाद भी मांग पूरी नहीं हुई तो 24 नवंबर को देश के सभी कर्मचारी अनिश्चित कालीन हड़ताल पर चले जाएंगे।
शिक्षक विधायक ने बताया कि माध्यमिक शिक्षक संघ पुरानी पेंशन योजना के लिए प्रांतीय स्तर पर संघर्ष कर रही संयुक्त कर्मचारी मोर्चा की लड़ाई में हमसफर बनेगा। इसके लिए जुलाई माह से प्रत्येक जनपद में प्रभावी आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अनुदानित विद्यालयों के चिकित्सकों, कर्मचारियों को चिकित्सकीय सुविधा नहीं उपलब्ध कराई जाती। सेवारत व अवकाश प्राप्त शिक्षकों के लिए अनिवार्य रूप से यह सुविधा उपलब्ध कराने की मांग के लिए पांच जुलाई को प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में रणनीति तय की जाएगी। जरूरत पड़ी तो जनपद, मंडल और प्रांत स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। समूह घ की नियुक्त से रोक हटाने और सभी श्रेणियों के लिए एसीपी लागू करने की मांग भी संघ के प्रमुख एजेंडे में है।
संघ की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए शिक्षक विधायक ने कहा कि परीक्षकों के मूल्यांकन व कक्ष निरीक्षकों का पारिश्रमिक बकाया व वृद्धि लागू कर दिया गया है। तदर्थ शिक्षकों के विनियमितीकरण की सारी प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। अगले सप्ताह मंत्रिमंडल की होने वाली बैठक के बाद आदेश निर्गत कर दिया जाएगा। आंदोलन की सबसे बड़ी उपलब्धि वित्तविहीन शिक्षकों के मानदेय संबंधी है। मानदेय के लिए तीन कमेटी गठित की गई है जो अपने स्तर से काम कर रही है। शीघ्र ही शिक्षकों को मानदेय भी मिलने लगेगा। संघ के प्रांतीय मंत्री रमेश ¨सह ने कहा कि लंबे समय से किए जा रहे संघर्ष से फलस्वरूप यह सफलता मिली है। उन्होंने शिक्षकों, कर्मचारियों से अन्य मांगों को पूरा कराने के लिए एकजुटता का आह्वान किया।
इस मौके पर संरक्षक मंडल के सदस्य संकठा प्रसाद सिंह , जिलाध्यक्ष नरसिंह बहादुर सिंह , जिलामंत्री सुधाकर सिंह जिलामंत्री चित्रकूट मनोज पांडेय, पूर्व जिलाध्यक्ष डा.राकेश सिंह अतुल सिंह मुन्ना, अजय सिंह आदि मौजूद रहे।