इंडेन रसोई गैस सब्सिडी में घोटाला, कर्मचारियों के खाते में जा रहा पैसा
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गोरखपुर. रसोई
गैस सब्सिडी में बड़ा घोटाला सामने आया है। इंडेन के उपभोक्ताओं को मिलने
वाली सब्सिडी की बड़ी रकम गैस एजेंसियों के कर्मचारियों के खाते में भेज दी
गई है। कुछ खातों में हर महीने सब्सिडी की रकम पहुंचने पर इंडियन ऑयल के
अफसरों ने जांच की तो यह बड़ा मामला सामने आया।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गोरखपुर, बस्ती, फैजाबाद, देवीपाटन और आजमगढ़ मंडल की 65 गैस एजेंसियों की जांच इंडियन ऑयल की विजिलेंस टीम कर रही है। बताया जा रहा है कि सिर्फ यूपी के इन मंडलों में ही नहीं अन्य मंडलों और अन्य प्रदेशों में भी गैस एजेंसियों के द्वारा यह घोटाला किया गया है। आईओसी पूरे देश में इस घोटाले की जांच कराने की न सिर्फ तैयारी कर चुका है, बल्कि जांच गोपनीय स्तर से शुरू कर दी गई है।
ग्रामीण और बॉर्डर वाले इलाके में सबसे ज्यादा शिकायत
सब्सिडी को लेकर सबसे ज्यादा धांधली ग्रामीण इलाकों की गैस एजेंसियों
पर या शहरी क्षेत्र की बार्डर वाली एजेंसियों पर की गई है। उपभोक्ताओं की
शिकायत और मीडिया में प्रकाशित हो रही सब्सिडी को लेकर खबरों का आईओसी के
अधिकारियों ने संज्ञान लेने के बाद यह जांच शुरू कराई है। सूत्र बताते हैं
कि शुरूआती जांच में कई एजेंसियों के 95 फीसदी उपभोक्ताओं की सब्सिडी की
रकम एजेंसी के कर्मचारियों या उनके कुछ करीबियों के खातों में जाने की
पुष्टि हो चुकी है।
फरार हुआ संबंधित कर्मचारी
गोला इलाके की सरयू गैस एजेंसी पर आईओसी की विजलेंस की टीम सोमवार को
जांच करने पहुंची। वह संबंधित कर्मचारी तक पहुंचती इसके पहले वह फरार हो
गया। जांच में पता चला है कि इस कर्मचारी के खाते में रोजाना 15 से 22 हजार
तक की सब्सिडी की रकम आई है। यह कर्मचारी सब्सिडी की रकम कुछ खातों को
स्थानांतरित कर रहा था और कुछ की बैंकों से एफडी भी बनवा रहा था।
कराई जा रही है विजलेंस जांच
आईओसी के एरिया मैनेजर चेतन पटवारी ने कहा कि सब्सिडी राशि में गैस एजेंसियों के कर्मचारियों द्वारा घपला किए जाने की जानकारी पर विजलेंस जांच कराई जा रही है। यह अभी तय नहीं हो सका है कि घोटाला किस स्तर का है।
आईओसी के एरिया मैनेजर चेतन पटवारी ने कहा कि सब्सिडी राशि में गैस एजेंसियों के कर्मचारियों द्वारा घपला किए जाने की जानकारी पर विजलेंस जांच कराई जा रही है। यह अभी तय नहीं हो सका है कि घोटाला किस स्तर का है।