
जौनपुर। अध्यक्ष उ0प्र0 कृषि अनुसंधान परिषद लखनऊ हनुमान
प्रसाद सिंह ने आज अपरान्ह लो.नि.वि. के निरीक्षण भवन में
प्रत्र-प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए बताया कि 14 जून से 16 जून तक तीन
दिवसीय फसल मौसम सतर्कता समूह की कार्यशाला एग्रीकल्चर इन्स्टीट्यूट नैनी
इलाहाबाद में चल रही है जिसमें प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति
,पूर्व कुलपति, कृषि वैज्ञानिक भाग ले रहे है। कार्यशाला में समस्याओं के
समाधान की प्रगति रिपोर्ट केन्द्र सरकार एवं प्रदेश सरकार को प्रेषित
करेगे। अमेरिका में 96 लाख किसान खेती करते हैं जबकि भारत में 66 करोड़
किसान अपने हाथ से खेती करते हैं। विश्व में भारत सबसे बड़ा कृषि प्रधान देश
है। किसानों के हित में कृषि नीतियां नही बनायी गयीं और पश्चिम के प्रभाव
के कारण आधुनीकरण हुआ है। कृषि के बिना विकास की बात अधूरी है। किसान के
खुशहाल बिना देश खुशहाल नही हो सकता। कृषि का क्षेत्र बहुत विकिसत है इसमें
अन्य,फल,सब्जी ,फूल, मत्स्य, रेशम,गन्ना, पशुपालन आदि आते है। सहुलियत के
लिए विभिन्न विभागों को विभक्त किया गया है। जबतक किसान बहुफसली औय
व्यावसायिक खेती नही करेा तबतक वह घाटे से उबर नही सकता है। खेती की लागत
बढ़ती ही जा रही है। तकनीकी खेती किसानों के लिए लाभकारी है। समता सबसे बडा
सत्य है। करूणा और नैतिकता का देश में कमीं आयी है। उन्होंने अधिकारियों को
निर्देशित किया कि विभागीय योजनाओं की जानकारी किसानों को समय से देर लाभ
पहुंचायें। जिले में 11 ब्लाक डार्कजोन घोषित किये गये है। इसके पूर्व
अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागीय योजनाओं की समीक्षा किया। इस अवसर पर
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा0 आई0ए0खान, उप मुख्य पशु चिकित्सधिकारी डा0
राजेश सिंह, जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह, एआरकोआपरेटिव विनोद कुमार सिंह,
मत्स्य निरीक्षक जे0डी0सिंह आदि उपस्थित रहे।