डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का मनाया गया बलिदान दिवस
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जौनपुर। भारतीय जनता पार्टी द्वारा डा. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस मनाया गया जिसके परिप्रेक्ष्य में जिलाध्यक्ष हरिश्चन्द्र सिंह की अध्यक्षता में पार्टी कार्यालय पर गोष्ठी आयोजित हुई। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि डा. मुखर्जी जी आजादी के बाद नेहरू जी की कैबिनेट में भारी उद्योग मंत्री बने थे परन्तु नेहरू के मुस्लिम तुष्टीकरण एवं कश्मीरी नीति के विरोध में उन्होंने इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद दीन दयाल उपाध्याय, नानाजी देशमुख, दन्तोपन्त ठेगड़ी सहित अन्य लोगों के साथ मिलकर भारतीय जनसंघ की स्थापना करके कश्मीर में जाने के लिये परमिट व्यवस्था के विरोध में उन्होंने पहला आंदोलन शुरू किया। वक्ताओं ने कहा कि मात्र 37 वर्ष की उम्र में ही वह कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बनाये गये परन्तु राष्ट्रप्रेम की ज्वाला में अपने को डालकर वह सामाजिक जीवन में कूद पड़े। यही कारण रहा कि वर्ष 1940 में वह हिन्दू सभा के अध्यक्ष बनाये गये। इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव, शशि मौर्या, नीरज सिंह, मानिक चन्द्र सेठ, सुनील सेठ, धर्मपाल कन्नौजिया, प्रवीन चैहान, गौतम गुप्ता, विकास शर्मा, कृष्णकांत साहू, प्रमोद यादव सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री गिरीश चन्द्र यादव ने किया।