महायज्ञ में डाली विश्व कल्याण की आहूति
https://www.shirazehind.com/2015/06/blog-post_316.html
जौनपुर । गायत्री प्रज्ञा मण्डल जज कालोनी के प्रांगण में आयोजित त्रिदिवसीय गायत्री महायज्ञ एवं विराट संस्कार महोत्सव के दूसरे दिन रविवार का शुभारंभ योग से हुई। योग दिवस के अवसर पर शान्ति कुन्ज हरिद्वार से आये प्रशिक्षित योगाचार्य अभिषेक मिश्र ने योग क्रिया के महत्वपूर्ण सूत्र बताये। उन्होने कहा कि योगाभ्यास से न केवल शरीर निरोग व स्वस्थ्य रहता है। योग के पश्चात नौ कुण्डीय गायत्री यज्ञ शुरू हुआ। जिसमें नगर एवं आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों से आये श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भागीदारी की। वैदिक मंत्रों की मधुर ध्वनि से सम्पूर्ण परिवेश भक्तिमय हो गया। यज्ञ पांच पालियों में संपन्न हुआ। इस अवसर पर विश्व कल्याण हेतु महामृत्युन्जय मंत्र की विशेष आहूतियंा डाली गयी। श्रद्धालुओं को सम्बोधित करते हुए आचार्य पद्माकर मिश्र ने कहा कि यज्ञ का अर्थ श्रेष्ठ कर्म होता है और परोपकार से बढ़कर कोई धर्म नहीं होता है। उन्होने साधकांे से अपनी एक एक बुराई छोड़ने का संकल्प कराया। सांयकाल दीप यज्ञ का आयोजन किया गया। 1050 दीपों की अविराम छंटा से पूरा क्षेत्र आभामण्डित हो उठा। इसके पूर्व शान्ति कुन्ज हरिद्वार से आये भजन गायक शुभमृ श्रीवास्तव एवं तबला वादक जयकान्त के भजनों ने लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर रमेश सिंह, निर्मला श्रीवास्तव, जानकी यादव गंगोत्री सिंह, शिव कुमारी मिश्रा सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।